कुंदन कुमार, पटना। बिहार विधानसभा के चुनाव प्रचार के दौरान हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा के विधायक अनिल कुमार सिंह पर कल टेकारी विधानसभा क्षेत्र में जानलेवा हमला हुआ। इसको लेकर हम पार्टी के कार्यकर्ता और नेताओं में काफी आक्रोश है। हम के प्रदेश प्रवक्ता राकेश रंजन ने इसे फिर से जंगलराज लाने का साजिश बता रहे हैं।

हम ने राजद पर लगाया हमले का आरोप

लल्लूराम डॉट कॉम से बात करते हुए हम प्रवक्ता राकेश रंजन ने कहा कि, राजद के लोगों ने इस तरह के घटना का अंजाम दिया है। ये गलत है, ये लोग लोकतंत्र का गला घोंट रहे हैं। उन्होंने कहा कि, जनता इन्हें जवाब देगी और किसी भी कीमत में एनडीए बिहार में जंगल राज कायम नहीं होने देगी।

इस दौरान उन्होंने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के उस बयान का भी जिक्र किया जिसमें उन्होंने प्रधानमंत्री के लिए अभद्र टिप्पणी की थी। राकेश रंजन ने कहा कि, राहुल गांधी को लोग पप्पू ऐसे ही नहीं कहते हैं। उन्होंने मुजफ्फरपुर में पीएम मोदी के लिए कहा की वह वोट के लिए स्टेज पर नाचने लगेंगे। प्रधानमंत्री के लिए ऐसे शब्दों का प्रयोग करना कही से भी उचित नहीं है।

क्या है पूरा मामला?

दरअसल कल बुधवार को केंद्रीय मंत्री जीतन राम मांझी की पार्टी हिंदुस्तानी आवाम मोर्चा (HAM) के टिकारी विधानसभा क्षेत्र से उम्मीदवार अनिल कुमार दिघौरा गांव में अपने चुनावी जनसंपर्क अभियान पर निकले हुए थे। इस दौरान अचानक भीड़ ने उनके काफिले को घेर लिया और ईंट-पत्थर से हमला कर दिया। स्थिति इतनी बिगड़ गई कि फायरिंग भी हुई। इस हमले में अनिल कुमार के सिर में चोट आई है, जबकि उनके कई समर्थक भी घायल हो गए।

घटना के बाद सभी घायलों को तुरंत टिकारी स्वास्थ्य केंद्र ले जाया गया, जहां उनका इलाज चल रहा है। बताया जा रहा है कि बुधवार को टिकारी विधानसभा में उपेंद्र कुशवाहा ने चुनावी सभा भी थी। उसी कार्यक्रम के बाद अनिल कुमार दिघौरा गांव में जनसंपर्क अभियान के लिए पहुंचे थे। तभी यह घटना घटी।

घटना का एक वीडियो भी सामने आया है, जिसमें देखा जा सकता है कि जैसे ही अनिल कुमार का काफिला गांव में पहुंचा, कुछ लोगों ने वाहनों को रोक लिया और फिर पत्थरबाजी शुरू कर दी। सुरक्षाकर्मियों ने बड़ी मुश्किल से वाहनों को पीछे कराया और उम्मीदवार को सुरक्षित बाहर निकाला।

हमले के बाद अनिल कुमार ने आरोप लगाया कि यह हमला यादव समाज से जुड़े लोगों ने किया। उनके मुताबिक, भीड़ अचानक उग्र हो गई और ईंट-पत्थर से हमला शुरू कर दिया गया। यह एक हत्या की साजिश थी। फायरिंग भी की गई और किसी ने यह तक नहीं देखा कि मैं विधायक हूं या नहीं। मेरे वाहनों को बुरी तरह क्षतिग्रस्त कर दिया गया। उन्होंने बताया कि, शुरू में करीब 50–60 लोग थे, लेकिन देखते ही देखते भीड़ 500 से ज्यादा हो गई।

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