हरिओम श्रीवास, मस्तूरी (बिलासपुर)। दिवाली के त्यौहार पर जिस घर में रौनक और रौशनी आने वाली थी उस घर में अब अंधेरा छा गया है. अब उस घर में दिवाली के दिये नहीं बल्कि शोक के दिये जलाए जाएंगे. हम यह इसलिए कह रहे हैं क्योंकि एक कलयुगी पिता का हैवानियत भरा चेहरा सामने आया है. पिता ने अपने दो मासूम बच्चों को मौत के घाट उतार दिया है. इस घटना को पिता ने उस वक्त अंजाम दिया जब बच्चे गहरी नींद में सो रहे थे. नींद में सो रहे बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी. जिससे वो दोबारा उठ ही नहीं पाए. पिता ने बच्चों की हत्या कर शव को कुएं में फेंक दिया. घटना बिलासपुर जिले के मस्तूरी थाना क्षेत्र के सोनसरी (सोन) का है.

जानकारी के अनुसार आरोपी पिता दशरथ विश्वकर्मा का पत्नी के साथ आए दिन विवाद होता था. बीती रात को भी विवाद हुआ और पिता ने अपने दोनों बच्चों 10 वर्षीय बेटा सुनील विश्कर्मा और 8 वर्षीय बेटी आशा को पहले दादा दादी के सामने पिटाई कर कमरे में बंद कर दिया. फिर रात को दोनों बच्चों की गला दबाकर हत्या कर दी और शव को कुएं में फेंक दिया.

सुबह आरोपी पिता ने खुद ही गांव के कोटवार को सूचना दी कि उसने अपने बच्चों की हत्या कर दी है. मामले की जानकारी लगते ही पचपेड़ी पुलिस गांव पहुंचकर आरोपी पिता को गिरफ्तार कर लिया है. घटना के बाद घर में मातम पसरा हुआ है. जहां दीपावली के अवसर पर घर में किलकारी गूंजने वाली थी वहां अब शोक की लहर रहेगी.

पुलिस के मुताबिक पारिवारिक विवाद के चलते आरोपी पिता ने अपने दो मासूम बच्चों की हत्या की है. पुलिस ने दोनों शव को कुएं से बाहर निकाल लिया है और पंचनामा कर पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया है. वहीं आरोपी पिता दशरथ विश्वकर्मा को पुलिस गिरफ्तार कर पूछताछ कर रही है. फिलहाल पुलिस पूरे मामले की जांच कर रही है.