चंद्रकांत देवांगन,दुर्ग। धनतेरस के अवसर पर सहकारी केन्द्रीय बैंक दुर्ग ने आज अपना 108 वां वर्षगांठ मनाया. इस मौके पर शिशुवती माताओं व किसानों को बड़ी सौगात देते हुए किसानों को 1 करोड़ 62 लाख लाभांश वितरण किया गया. शिशुवती माताओं के लिए सांसद बघेल ने सुपोषण आहार वितरण का शुभारंभ किया. इस कार्यक्रम में सांसद विजय बघेल, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन, वैशाली नगर के भाजपा विधायक विद्यारतन भसीन समेत तीन जिलों के किसान व बैंक के सदस्य शामिल रहे.

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक शासन की महत्वाकांक्षी सुपोषण योजना में सहभागिता देने वाली देश की पहली संस्था बन गई है. देश के टॉप 10 सहकारी बैंक की सूची में शामिल दुर्ग जिला सहकारी बैंक ने अपने CSR मद से शासन के साथ मिलकर कुपोषण मुक्ति अभियान में अपनी भूमिका निभाई. इस अभियान में दुर्ग, बालोद व बेमेतरा जिले के 3600 शिशुवती माताओं से जुड़े इस योजना का शुक्रवार को स्थानीय मानस भवन में सांसद विजय बघेल ने शुभारंभ किया. इस दौरान उन्होंने पाटन, साजा व डौंडी ब्लाक की शिशुवती माताओं को औपचारिक रुप से जैविक पोषण आहार का कीट वितरण किया. इसके अलावा समारोह में दुर्ग,बालोद व बेमेतरा जिला को पांच-पांच लाख पोषण आहार के लिए चेक वितरण किया वही 182 सहकारी समितियों को 1 करोड़ 62 लाख 16 हजार रु. के लाभांश बांटे गए.

कार्यक्रम में महिला बाल विकास द्वारा गर्भवती माताओं को सुपोषण आहार के तहत भोजन भी कराया गया जिसे सांसद विजय बघेल, जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन व विधायक विद्यारतन भसीन ने अपने हाथों से खाना परोसा. सांसद बघेल ने कहा कि इस योजना के माध्यम से शिशुवती माताओं को पोषण आहार तो मिलेगा ही साथ ही जैविक खेती को भी बढ़ावा मिलेगा. इसमें उपयोग होने वाले खाद भी जैविक ही होंगे इससे बड़ी संख्या में खाद्य बनाने वाले समूहों की भी आय में भी वृद्धि होगी और किसानों का जीवन स्तर ऊंचा उठेगा.

उन्होंने अपने परिवार में खेती का जिक्र करते हुए कहा कि मेरे परिवार में भी खेती की जाती है मेरे गाँव उरला में हमने 3 एकड़ में जैविक खेती की है और बाकी में रासायनिक खेती पानी गिरने के बाद रासायनिक खेती में कीड़े लगने की समस्या उत्पन्न हो गयी वही जैविक फसल लहलहा रही है. इस कार्यक्रम में मुख्यमंत्री भूपेश बघेल समेत महिला बाल विकास मंत्री, प्रभारी मंत्री मो. अकबर, कृषि मंत्री रविन्द्र चौबे आमंत्रित थे पर कुछ अपरिहार्य कारणों से शासन के मंत्री व मुख्यमंत्री नहीं पहुंच सके. इस पर दुर्ग जिला सहकारी बैंक के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन ने कहा कि हमने अतिथियों को निमंत्रण दिया था वे किसी कारणवश नही आ पाए भविष्य में हम कुपोषण के खिलाफ साथ मिलकर काम करने को तैयार है.

जिला सहकारी केन्द्रीय बैंक के अध्यक्ष प्रीतपाल बेलचंदन ने कहा कि शिशुवती महिलाओं को पोषण आहार देने जिला सहकारी बैंक दुर्ग, बालोद व बेमेतरा जिलों में सहभागिता निभाएगी. तीनों जिले में 22 हजार से ज्यादा शिशुवती महिलाओं को जैविक अनाज दिया जाएगा. इन महिलाओं को हर माह ढाई किलो चावल, ढाई किलो गेहूं और आधा किलो चना पोषण आहार के रूप में दिया जाएगा. तीनों जिले की शिशुवती महिलाओं को पोषण आहार देने के लिए जिला सहकारी बैंक हर साल लगभग 70 लाख से एक करोड़ रुपए खर्च करेगा. बैंक इस योजना का क्रियान्वयन महिला एवं बाल विकास विभाग के माध्यम से करेगी। योजना का मुख्य उद्देश्य शिशुवती माताओं को पौष्टिक आहार उपलब्ध करवाना है.