कुंदन कुमार/ पटना। बिहार विधानसभा चुनावों के पहले चरण से ठीक पहले मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने राज्यवासियों के सामने बड़ा संदेश दिया है। उन्होंने कहा कि उनका लक्ष्य कभी अपने परिवार या निजी हितों के लिए काम करना नहीं रहा, बल्कि उन्होंने हमेशा बिहार और बिहारी जनता की भलाई को प्राथमिकता दी है।

राज्य के विकास के लिए दिन-रात काम किया

शनिवार को जारी बयान में नीतीश कुमार ने बताया कि बिहार के लोगों ने उन्हें लगातार सेवा का मौका दिया और उन्होंने पूरी ईमानदारी और मेहनत से राज्य के विकास के लिए दिन-रात काम किया। उन्होंने कहा कि जिस समय उन्होंने जिम्मेदारी संभाली, उस समय बिहारी होना सम्मान का विषय नहीं बल्कि अपमान का प्रतीक माना जाता था। इसके बावजूद उन्होंने शिक्षा, स्वास्थ्य, सड़क, बिजली, पेयजल, कृषि और युवाओं के रोजगार जैसे क्षेत्र में कई सुधार किए।

महिलाओं को सशक्त बनाया

मुख्यमंत्री ने महिलाओं के उत्थान को भी विशेष रूप से उजागर किया। उन्होंने कहा कि पहले की सरकारें महिलाओं के लिए पर्याप्त काम नहीं कर पाईं, लेकिन उनकी सरकार ने महिलाओं को सशक्त बनाया, ताकि वे अब अपने परिवार और बच्चों के लिए स्वतंत्र और आत्मनिर्भर बन सकें। नीतीश कुमार ने स्पष्ट किया कि विकास केवल एक वर्ग या समुदाय के लिए नहीं, बल्कि समाज के सभी तबकों के लिए किया गया। उन्होंने कहा कि चाहे हिंदू, मुस्लिम, अपर जाति, पिछड़ा, अति पिछड़ा, दलित या महादलित हों, सभी के लिए योजनाओं और अवसरों पर ध्यान दिया गया।

राज्य की गति को बढ़ाया

नीतीश कुमार ने यह भी कहा कि अब बिहारी होना अपमान का विषय नहीं, बल्कि गर्व की बात है। उन्होंने कहा कि बिहार के विकास में केंद्र सरकार का सहयोग अहम रहा, और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में एनडीए की दोनों सरकारों ने मिलकर राज्य की गति को बढ़ाया है। मुख्यमंत्री ने जनता से अपील की कि इस बार चुनाव में एनडीए के उम्मीदवारों को भारी मतों से विजयी बनाएं। उनका कहना था कि एनडीए को एक और मौका देने से राज्य और अधिक तेजी से विकसित होगा और बिहार टॉप राज्यों में शामिल हो जाएगा।

मतदान करने की अपील

नीतीश कुमार ने सभी बिहारी मतदाताओं से निवेदन किया कि वे 6 नवंबर और 11 नवंबर को अपने मतदान केंद्रों पर पहुंचें और अपना वोट डालें। उनका जोर इस बात पर था कि जनता की सक्रिय भागीदारी ही लोकतंत्र और विकास की प्रक्रिया को तेज कर सकती है।

क्या है इसके राजनीतिक मायने

इस बयान के माध्यम से मुख्यमंत्री ने यह स्पष्ट कर दिया कि उनका चुनावी संदेश केवल राजनीतिक विरोधियों को चुनौती देना नहीं है, बल्कि बिहारवासियों को यह भरोसा देना है कि उनके जीवन स्तर में सुधार और राज्य के समग्र विकास के लिए निरंतर प्रयास किए जा रहे हैं। नीतीश कुमार का यह वक्तव्य राज्य में चुनावी माहौल को नई दिशा देने वाला माना जा रहा है। उन्होंने विकास और सशक्तिकरण की अपनी उपलब्धियों को जनता के सामने रखा और एनडीए की सरकार को निरंतर चुनने का आग्रह किया। उनकी यह अपील बिहारवासियों के लिए स्पष्ट संदेश है कि विकास और सुरक्षा दोनों के लिए स्थिर नेतृत्व आवश्यक है।