Bihar elections 2025: करगहर विधानसभा सीट से कांग्रेस विधायक एवं प्रत्याशी संतोष कुमार मिश्रा के आवास पर हुई पुलिस छापेमारी ने राजनीतिक हलचल तेज कर दी है। घटना शनिवार देर रात की बताई जा रही है, जब विधायक चुनाव प्रचार से लौटने के बाद भोजन कर रहे थे। इसी दौरान पुलिस की एक टीम बिना किसी पूर्व सूचना के उनके आवास पर पहुंची और बेडरूम समेत घर के सभी कमरों की तलाशी ली।

विधायक संतोष कुमार मिश्रा ने इस कार्रवाई को राजनीतिक साजिश करार दिया है। उन्होंने आरोप लगाया कि यह कदम उनके चुनावी साख को नुकसान पहुंचाने के उद्देश्य से उठाया गया है। विधायक ने कहा, मेरे पूरे जीवन में कोई आपराधिक मामला नहीं रहा है। इसके बावजूद आधी रात में पुलिस ने जबरन तलाशी ली। न तो कोई वारंट दिखाया गया, न ही छापेमारी का कारण बताया गया।

उन्होंने यह भी दावा किया कि तलाशी के दौरान पुलिस को कुछ भी आपत्तिजनक बरामद नहीं हुआ, फिर भी उन्हें परेशान करने की कोशिश की गई। इस घटना के बाद उन्होंने करगहर में प्रेस वार्ता कर रोहतास पुलिस के रवैये पर कड़ी आपत्ति जताई । संतोष कुमार मिश्रा ने यह आरोप लगाया कि सरकार के इशारे पर यह कार्रवाई की गई है।

वहीं, पुलिस ने अपने पक्ष में सफाई देते हुए कहा है कि सासाराम में आपसी रंजिश से जुड़ी एक फायरिंग की घटना के सिलसिले में तकनीकी साक्ष्यों के आधार पर पटवाडीह गांव में सर्च ऑपरेशन चलाया जा रहा था। उसी अभियान के दौरान विधायक के घर की भी तलाशी ली गई, क्योंकि जांच में उस इलाके से कुछ संदिग्ध मोबाइल लोकेशन सामने आई थीं। हालांकि, पुलिस सूत्रों के अनुसार किसी प्रकार की आपत्तिजनक सामग्री नहीं मिली, और तलाशी के बाद टीम लौट गई।

इस पूरी घटना ने करगहर विधानसभा में राजनीतिक तापमान बढ़ा दिया है, जहां कांग्रेस उम्मीदवार इसे सरकार द्वारा प्रायोजित कार्रवाई बता रहे हैं, वहीं प्रशासन इसे नियमित जांच का हिस्सा मान रहा है।

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