Urban Company Q2 Results: सितंबर तिमाही के नतीजे आते ही Urban Company का ग्राफ नीचे की ओर लुढ़क गया. जिस कंपनी ने कुछ ही हफ्ते पहले भारतीय बाजार में धमाकेदार एंट्री की थी, अब उसी के शेयरों में निवेशकों की घबराहट साफ दिख रही है. नतीजे निराशाजनक रहे, मुनाफा घाटे में बदला और भरोसा ताश के पत्तों की तरह बिखर गया.

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Urban Company Q2 Results

Urban Company Q2 Results

पहली बार नतीजों का झटका

लिस्टिंग के करीब डेढ़ महीने बाद Urban Company ने पहली बार तिमाही रिपोर्ट जारी की. लेकिन यह रिपोर्ट किसी जश्न की नहीं, बल्कि चेतावनी की घंटी साबित हुई.

कंपनी का शेयर 6% तक गिर गया, इंट्रा-डे में ₹147.50 के निचले स्तर तक पहुंच गया. बीएसई पर दिन के अंत में यह ₹153.15 पर बंद हुआ, करीब 2.8% नीचे.

निवेशक सवाल पूछ रहे हैं, “क्या कंपनी की तेजी बस शुरुआती चमक थी?”

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मुनाफे से घाटे की ओर: क्या बिगड़ा खेल?

वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही में Urban Company को ₹59.3 करोड़ का नेट लॉस हुआ. पिछली तिमाही में कंपनी ने ₹6.9 करोड़ का मुनाफा कमाया था. यानी एक तिमाही में पूरी तस्वीर उलट गई.

कंपनी ने इसका कारण बताया, Insta Help नाम की नई हाउसकीपिंग सर्विस में भारी निवेश. यही वेंचर, जो मुनाफे का इंजन बनने की उम्मीद थी, फिलहाल घाटे का केंद्र बन गया है.

रेवेन्यू बढ़ा, लेकिन खर्च ने बिगाड़ा बैलेंस (Urban Company Q2 Results)

कंपनी का रेवेन्यू 37% बढ़कर ₹380 करोड़ तक पहुंचा. लेकिन खर्च उससे भी तेज़ी से बढ़ा ₹384 करोड़ से ₹462 करोड़ तक. नतीजा: EBITDA मुनाफा ₹21 करोड़ से सीधे ₹35 करोड़ के घाटे में फिसल गया.

अगर Insta Help को हटाया जाए, तो कंपनी का कोर बिजनेस अब भी फायदे में है, ₹10 करोड़ का एडजस्टेड प्रॉफिट दिखा, जो नेट ट्रांजैक्शन वैल्यू का 0.9% है.

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स्मार्ट प्रोडक्ट्स और ग्लोबल बिजनेस में उम्मीद की किरण

कंपनी की Native ब्रांड के तहत चलने वाली स्मार्ट होम प्रोडक्ट्स वर्टिकल ने शानदार प्रदर्शन किया. इसका रेवेन्यू 179% उछलकर ₹75 करोड़ पर पहुंचा.

वहीं इंटरनेशनल मार्केट (UAE और सिंगापुर) में कंपनी पहली बार ब्रेक-इवन पॉइंट पर पहुंची. सालाना आधार पर वहां का रेवेन्यू 66% बढ़कर ₹41 करोड़ हुआ, यानी विदेशी बाजारों में कहानी अलग है.

कंपनी के पास कैश है, पर भविष्य चुनौतीपूर्ण (Urban Company Q2 Results)

सितंबर तिमाही के अंत तक कंपनी के पास ₹2,136 करोड़ का कैश रिजर्व रहा. लेकिन Insta Help में लगातार निवेश कंपनी के लिए “कैश बर्निंग” का खतरा बढ़ा रहा है. प्रबंधन का कहना है कि “कोर बिजनेस लाभ में रहेगा”, मगर बाजार का भरोसा वापस पाना अब कंपनी के लिए सबसे बड़ी चुनौती बन गया है.

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शेयर की यात्रा: हाई से लो तक का सफर

₹103 के इश्यू प्राइस पर आए IPO को जबरदस्त प्रतिक्रिया मिली थी.
17 सितंबर 2025 को लिस्टिंग के दिन यह 57% प्रीमियम पर खुला.
22 सितंबर को ₹201 का रिकॉर्ड हाई छुआ, लेकिन इसके बाद लगातार गिरावट आई.
24 अक्टूबर को यह ₹145.20 के 52-वीक लो तक फिसल गया.
यानी निवेशकों का “Urban Dream” फिलहाल “Market Shock” में बदल चुका है.

निवेशकों के लिए सबक

Urban Company की कहानी बताती है कि हर चमकता IPO सोना नहीं होता. नए प्रोजेक्ट्स और तेज़ विस्तार के साथ अगर खर्चों पर नियंत्रण न हो, तो मुनाफे का ग्राफ गिरना तय है.

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