Vedanta Q2 Results 2025: 3 नवंबर की सुबह स्टॉक मार्केट में अचानक हलचल मच गई. माइनिंग दिग्गज Vedanta Limited का शेयर 3% तक उछल गया और ₹509.70 के उच्च स्तर पर पहुंच गया. कारण कंपनी के सितंबर तिमाही (Q2 FY25) के नतीजे और ब्रोकरेज हाउस CLSA की रिपोर्ट, जिसने “Outperform” रेटिंग को बरकरार रखा और ₹580 का टारगेट प्राइस जारी किया.
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Vedanta Q2 Results 2025
Q2 में मुनाफा घटा, लेकिन रेवेन्यू और EBITDA ने दी राहत
वित्त वर्ष 2025 की दूसरी तिमाही Vedanta के लिए मिश्रित साबित हुई. कंपनी का कंसोलिडेटेड नेट प्रॉफिट घटकर ₹3,479 करोड़ पर आ गया, जो पिछले साल इसी अवधि के ₹5,603 करोड़ की तुलना में करीब 38% कम है.
हालांकि, राहत की बात यह रही कि कंपनी की कुल आय (Revenue) बढ़कर ₹40,464 करोड़ हो गई, जो एक साल पहले ₹38,934 करोड़ थी.
EBITDA (Earnings Before Interest, Tax, Depreciation and Amortization) में भी 12% की ग्रोथ देखी गई और यह ₹11,612 करोड़ पर पहुंच गया. EBITDA मार्जिन बढ़कर 28.6% दर्ज किया गया, जो ऑपरेशनल एफिशिएंसी में सुधार का संकेत देता है.
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3 महीनों में 20% की उछाल, निवेशकों का भरोसा बरकरार
Vedanta का मार्केट कैप अब ₹2 लाख करोड़ के करीब पहुंच गया है. सितंबर 2025 के अंत तक प्रमोटर्स की हिस्सेदारी 56.38% रही.
कंपनी का शेयर पिछले तीन महीनों में करीब 20% और दो वर्षों में 116% बढ़ चुका है, यानी निवेशकों का भरोसा अब भी बरकरार है.
CLSA का भरोसा और डिमर्जर की नई दिशा (Vedanta Q2 Results)
ब्रोकरेज हाउस CLSA के मुताबिक, Vedanta का Q2 EBITDA उम्मीदों के मुताबिक रहा और वित्त वर्ष 2026 में कंपनी को $6 अरब से ज्यादा EBITDA मिलने की संभावना है. CLSA ने रिपोर्ट में Vedanta के एल्युमिनियम, जिंक और पावर बिजनेस में एक्सपैंशन और बैकवर्ड इंटीग्रेशन स्ट्रैटेजी की सराहना की.
सबसे अहम बात यह है कि कंपनी की डिमर्जर प्रक्रिया को लेकर उम्मीदें मजबूत हैं, यह FY26 के अंत तक पूरी हो सकती है.
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छह कंपनियों में बंटेगा Vedanta का साम्राज्य
Vedanta के चेयरमैन अनिल अग्रवाल के अनुसार, डिमर्जर के बाद कंपनी के मौजूदा कारोबारों को छह अलग-अलग इकाइयों में विभाजित किया जाएगा:
- Vedanta Aluminium
- Vedanta Oil & Gas
- Vedanta Power
- Vedanta Steel & Ferrous Materials
- Vedanta Base Metals
- Vedanta Limited
हालांकि, बाद में Base Metal Undertaking को पैरेंट कंपनी में ही रखने का निर्णय लिया गया.
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कर्ज घटाने की मुहिम और नया बॉन्ड इश्यू
कंपनी की पैरेंट फर्म Vedanta Resources Limited (VRL) ने अक्टूबर 2025 में $500 मिलियन (₹4,000 करोड़) के बॉन्ड जारी किए. इस राशि का इस्तेमाल शॉर्ट-टर्म डेट चुकाने और बैलेंस शीट को मजबूत करने के लिए किया जा रहा है.
कंपनी का फोकस अब कर्ज घटाने और कैश फ्लो स्थिर बनाए रखने पर है.
निवेशकों के लिए संदेश (Vedanta Q2 Results)
कम मुनाफा होने के बावजूद शेयर में तेजी इस बात का संकेत है कि बाजार Vedanta की लॉन्ग-टर्म स्ट्रैटेजी पर भरोसा कर रहा है.
डिमर्जर, बैकवर्ड इंटीग्रेशन और मजबूत कमोडिटी पोर्टफोलियो, ये तीनों पहलू कंपनी को आने वाले वर्षों में नई ऊंचाइयों तक ले जा सकते हैं.
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