शशांक द्विवेदी, खजुराहो। मुख्य न्यायाधीश (CJI) पर जूता फेंकने की कोशिश करने वाले वकील राकेश किशोर आज खजुराहो पहुंचे। यहां पहुंचते ही आज वह उस मंदिर पहुंचे, जिसकी वजह से विवाद की शुरुआत हुई थी। खजुराहो पहुंचकर एडवोकेट राकेश किशोर ने सबसे पहले जवारी मंदिर का भ्रमण किया। साथ ही विष्णु भगवान की खंडित प्रतिमा की दोबारा स्थापना के लिए प्रार्थना करने की बात कही। 

गंदगी को लेकर ASI के संरक्षण पर उठाए सवाल

राकेश किशोर ने मंदिर की दीवारों में दरार और आसपास फैली गंदगी को लेकर भारतीय पुरातत्व विभाग (ASI) के संरक्षण पर भी सवाल उठाए। उन्होंने कहा कि ‘मंदिर बहुत बुरी हालत में है। इतने ज्यादा चमगादड़ हैं कि एक मिनट भी कोई मूर्ति या मंदिर के 100 फ़ीट तक खड़े नहीं हो सकते। बाहर के पत्थर बुरी तरह चटके हुए हैं। मंदिर खराब हो रहा है और ASI कहता है कि संरक्षण कर रहे हैं, जबकि कोई संरक्षण नहीं हो रहा है।’

मूर्ति को विसर्जित कर नई मूर्ति लगाने की कही बात

उन्होंने वहां मौजूद लोगों से कहा कि अगर विष्णु भगवान की मूर्ति के सिर लग जाए, तब भी वह खंडित रहेगी। इसके बगल में एक और मूर्ति लग जाए और उसकी पूजा होनी चाहिए। या फिर इस मूर्ति को निकालकर गंगा में विसर्जित करें और बिलकुल ऐसी ही मूर्ति लगाई जाए। 

खंडित मूर्ति की दोबारा स्थापना के लिए करेंगे प्रार्थना

एडवोकेट राकेश किशोर 5 नवंबर सुबह 10 बजे से जवारी मंदिर के सामने बैठकर प्रार्थना और मैडिटेशन करेंगे। मंदिर की खंडित मूर्ति की दोबारा स्थापना के लिए प्रार्थना करेंगे। 5 और 6 नवंबर को इसके लिए कार्यक्रम करेंगे। जन समर्थन मिलने पर प्रार्थना कार्यक्रम को बढ़ाएंगे। अगर साथ नहीं मिला तो वे दो दिन तक ही प्रार्थना करेंगे।

राकेश किशोर की प्रार्थना कार्यक्रम का कारण सुप्रीम कोर्ट की टिप्पणी से नाराज होना है। बता दें कि बीते दिनों CJI बी आर गवई ने खजुराहो के जवारी मंदिर में भगवान विष्णु की खंडित मूर्ति के पुनर्निर्माण की याचिका को खारिज करते हुए कहा गया था, ‘भगवान से कहो कि वही कुछ करें’। 

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