पटना। बिहार की राजधानी पटना में स्थित पटना मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (PMCH) में अब मरीजों को त्वचा रोगों के इलाज के लिए एक नई और आधुनिक सुविधा मिलने जा रही है। पीएमसीएच में 37 बेड वाले नए चर्म रोग (डर्मेटोलॉजी) इनडोर वार्ड की शुरुआत की गई है। उद्घाटन के पहले ही दिन 16 से अधिक मरीजों को यहां भर्ती किया गया, जिससे मरीजों और उनके परिजनों में राहत की भावना देखी गई।

मरीजों की सुविधाओं का जायजा लिया

नए वार्ड का उद्घाटन पीएमसीएच के अधीक्षक डॉ. आई.एस. ठाकुर और चर्म रोग विभाग की विभागाध्यक्ष डॉ. अनुपमा सिंह ने किया। उद्घाटन के बाद दोनों अधिकारियों ने वार्ड का निरीक्षण किया और मरीजों की सुविधाओं का जायजा लिया।

टी-1 टावर में हुआ वार्ड का स्थानांतरण

अधिकारियों ने बताया कि पहले यह चर्म रोग वार्ड दरभंगा हाउस के मुख्य गेट के पास स्थित था, लेकिन अब इसे टी-1 टावर में स्थानांतरित किया गया है। नया वार्ड न केवल आधुनिक है, बल्कि स्वच्छ और सुव्यवस्थित भी है।

जटिल समस्याओं का इलाज मिलेगा

अध्यक्ष डॉ. ठाकुर ने कहा कि इस वार्ड में मरीजों को त्वचा संक्रमण, दवाओं के दुष्प्रभाव, एलर्जी और जलन जैसी जटिल समस्याओं का इलाज मिलेगा। उन्होंने बताया कि पहले पुराने वार्डों में मरीज की स्थिति बिगड़ने पर डॉक्टर तक पहुँचने में देरी हो जाती थी, लेकिन नए वार्ड में यह समस्या पूरी तरह समाप्त हो गई है क्योंकि हर मरीज की स्थिति की नियमित मॉनिटरिंग की जा रही है।

आधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम

नए चर्म रोग वार्ड को आधुनिक तकनीक और चिकित्सा उपकरणों से लैस किया गया है। प्रत्येक बेड पर मॉनिटरिंग सिस्टम लगाया गया है ताकि मरीज की स्थिति पर लगातार नजर रखी जा सके। इसके अलावा, प्रशिक्षित नर्सिंग स्टाफ और चिकित्सक हर समय ड्यूटी पर तैनात रहेंगे ताकि किसी भी आपात स्थिति में तुरंत उपचार शुरू किया जा सके।

गुणवत्ता सुधारने की दिशा में बड़ा प्रयास

अध्यक्ष डॉ. ठाकुर ने बताया कि नया वार्ड मरीजों को सुरक्षित, स्वच्छ और सुलभ इलाज का वातावरण प्रदान करेगा। उन्होंने कहा कि यह कदम बिहार के सरकारी स्वास्थ्य संस्थानों की गुणवत्ता सुधारने की दिशा में बड़ा प्रयास है।

मेडिसिन वार्ड भी हुआ शुरू

गौरतलब है कि पिछले सप्ताह ही पीएमसीएच में 270 बेड वाला नया मेडिसिन वार्ड भी शुरू किया गया था। यह वार्ड टी-1 भवन के दूसरे और चौथे तल पर स्थित है और पूरी तरह वातानुकूलित (एयर कंडीशंड) है। इस वार्ड में अत्याधुनिक मॉनिटरिंग सिस्टम, अलार्म सुविधा और डिजिटल रिकॉर्डिंग सिस्टम उपलब्ध है। किसी मरीज की स्थिति बिगड़ने पर बेड पर लगे अलार्म से तुरंत नर्सिंग स्टाफ को सूचना मिल जाती है, जिससे तुरंत उपचार संभव हो पाता है।

व्यवस्था में नई उम्मीद

पीएमसीएच प्रशासन का कहना है कि चर्म रोग और मेडिसिन वार्ड की शुरुआत से गंभीर और जटिल मामलों में मरीजों की जान बचाने की संभावना और बढ़ेगी। नए वार्डों के जरिए अस्पताल में मरीजों को बेहतर देखभाल, तेज उपचार और सुरक्षित वातावरण मिल सकेगा। स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों का कहना है कि यह कदम बिहार में सरकारी अस्पतालों के आधुनिकीकरण की दिशा में एक बड़ा मील का पत्थर है। इससे न केवल स्वास्थ्य सेवाओं की गुणवत्ता बढ़ेगी बल्कि मरीजों का भरोसा भी सरकारी अस्पतालों पर मजबूत होगा।

PMCH में नई तकनीकी पहल

अस्पताल प्रशासन ने कहा कि यह पहल हेल्थ सर्विस टेक्नोलॉजी अपग्रेडेशन मिशन के तहत की गई है। नए वार्डों में स्वच्छता, डिजिटल मॉनिटरिंग, प्रशिक्षित स्टाफ और सुरक्षा प्रबंधन पर विशेष जोर दिया गया है। आने वाले समय में अन्य विभागों में भी इसी मॉडल को लागू करने की योजना है।