लक्ष्मीकांत बंसोड,डौंडी। एक ओर देशभर में दिवाली मनाई जा रही है, लोग अपने घरों को सजाने में और पूजा की समाग्री इकठ्ठा करने में लगे हैं. प्रशासन भी दीपावली त्यौहार पर छुट्टी मना रहा है. दूसरी ओर बालोद जिले के डौंडी पंचायत सचिव संघ के कर्मचारी दिवाली न मनाकर अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे है. इनमें महिलाएं भी शामिल है. इसकी वजह है इनकी मांगों का पूरा न हो पाना. इसीलिए सचिव संघ 17 अक्टूबर से अपनी मांगो को लेकर अनिश्चित कालीन हड़ताल पर है.
प्रशासन ने भी इसकी सुध लेने के लिए कोई पैगाम नहीं भेजवाया है और न ही इनकी मांगों को लेकर कोई सहमति या फिर आश्वासन नहीं दिया. यही वजह है कि पंचायत सचिव संघ के कर्मचारी आज भी हड़ताल पर बैठे है. जब हमने संबंधित प्रशासनिक अधिकारियों से बात करने की कोशिश तो किसी ने भी फोन नहीं उठाया. जिससे उनसे बात भी नहीं हो सकी.
इधर धरने पर बैठे सचिव संघ के अध्यक्ष सुखित राम ने बताया कि हमारी मांग जायज है. हमारे ब्लॉक में आठ पंचायत सचिव का स्थानांतरण दूसरे पंचायत में कर दिया गया है, उस आदेश को निरस्त करें और हमारे ब्लॉक के ग्राम पंचायत मरकाटोला में सोकता पीट में गिरकर दो साल के मासूम की मौत हुई थी, जिस पर सिर्फ पंचायत सचिव के ऊपर गैर इरादतन हत्या का आरोपी मानते हुए कार्रवाई किया गया. जबकि इस मामले में सचिव के साथ-साथ अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों की जानकारी में यह कार्य हो रहा था उन पर कोई कार्रवाई नहीं की गई.
उनका कहना है कि जब तक हमारे सचिव के ऊपर लगाए गए अपराध को वापस नहीं लिया जाता है और हमारी मांग नहीं मानी जाती तब तक हम हड़ताल पर बैठे रहेंगे. चाहे दीपावली हो या गोवर्धन पूजा ऐसे ही अनिश्चितकालीन हड़ताल करते रहेंगे.
अब देखना यह होगा कि इस मामले में क्या कोई कार्रवाई की जाती है या फिर ये कर्मचारी ऐसे ही अनिश्चितकालीन हड़ताल पर बैठे रहेंगे. जबकि सबसे बड़ा दिपावली का त्यौहार है, ऐसे वक्त पर ये कर्मचारी हड़ताल पर बैठे हैं.