भुवनेश्वर। ओडिशा के जगतसिंहपुर जिले के रहने वाले 36 वर्षीय आदर्श बेहरा की रिहाई के लिए भारत सरकार और सूडानी प्रशासन ने मिलकर प्रयास तेज कर दिए हैं। बेहरा को सूडान के अशांत उत्तर दारफुर प्रांत के अल फशीर शहर से वहां के अर्धसैनिक बल रैपिड सपोर्ट फोर्सेज (RSF) ने अगवा कर लिया था। इस घटना ने भारत में उनके परिवार और प्रशासन को गहरी चिंता में डाल दिया है।

भारत में सूडान के राजदूत मोहम्मद अब्दुल्ला अली एल्टॉम ने मंगलवार को मीडिया से बातचीत में बताया कि सूडानी सरकार इस मामले को बेहद गंभीरता से ले रही है और भारत के विदेश मंत्रालय (MEA) के साथ लगातार संपर्क में है। उन्होंने कहा, “जब से भारतीय नागरिक के पकड़े जाने की खबर सामने आई है, हम भारत के विदेश मंत्रालय के साथ निरंतर संवाद में हैं। हम उसकी सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए हरसंभव सहयोग करने को तैयार हैं।”

राजदूत एल्टॉम ने स्थिति को “बेहद अप्रत्याशित और संवेदनशील” बताया। उन्होंने कहा कि सूडान में इस समय जारी गृहयुद्ध जैसी स्थिति में RSF की गतिविधियाँ नियंत्रण से बाहर हैं। “हम प्रार्थना करते हैं कि वे उसे सुरक्षित रखें। यह मिलिशिया अपने अत्याचारों और अस्थिर गतिविधियों के लिए कुख्यात है,”।

सूत्रों के मुताबिक, आदर्श बेहरा 2022 से सूडान की सुकराती प्लास्टिक फैक्ट्री में कार्यरत थे। पिछले सप्ताह उन्हें कंपनी के अधिकारियों ने काम पर बुलाया, जबकि उस समय क्षेत्र में संघर्ष जारी था। तभी उन्हें RSF के सशस्त्र सैनिकों ने कब्जे में ले लिया। सोशल मीडिया पर वायरल एक वीडियो में आदर्श बेहरा को दो आरएसएफ जवानों के बीच बैठे हुए देखा जा सकता है, जहां वे स्पष्ट रूप से डरे और थके हुए दिख रहे हैं। माना जा रहा है कि उन्हें अब दक्षिण दारफुर के न्याला क्षेत्र में बंधक बनाकर रखा गया है।

भारत सरकार ने इस पूरे मामले पर सूडान स्थित अपने दूतावास के माध्यम से तत्काल कार्रवाई शुरू की है। विदेश मंत्रालय के अधिकारियों का कहना है कि वे सूडानी सरकार और अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों के साथ मिलकर बेहरा की सुरक्षित रिहाई के सभी संभावित रास्ते तलाश रहे हैं।

जगतसिंहपुर स्थित आदर्श बेहरा के परिवार ने केंद्र सरकार से उनकी जल्द से जल्द सुरक्षित वापसी की अपील की है। उनकी पत्नी ने कहा, “दो छोटे बच्चे रोज़ पिता के लौटने की राह देख रहे हैं। हमें उम्मीद है कि भारत सरकार उन्हें सुरक्षित वापस लाएगी।”

सूडान में पिछले एक वर्ष से सेना और अर्धसैनिक RSF के बीच संघर्ष जारी है, जिसके चलते वहां की स्थिति अत्यंत अस्थिर बनी हुई है। इस बीच विदेशी नागरिकों के लिए खतरा लगातार बढ़ रहा है, और कई देशों के कर्मचारियों को बंधक बनाए जाने की घटनाएँ सामने आ चुकी हैं।

भारत सरकार ने सूडान में काम कर रहे भारतीय नागरिकों से सावधानी बरतने और असुरक्षित इलाकों से दूर रहने की सलाह दी है।

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