वीरेंद्र गहवई, बिलासपुर. छत्तीसगढ़ के बिलासपुर रेल हादसे में अब तक 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। रेलवे ने घटना की जांच शुरू कर दी है। दक्षिण पूर्वी रेलवे सर्किल के कमिश्नर ऑफ सेफ्टी बीके मिश्रा घटना की जांच कर तीन दिनों के भीतर अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेंगे।
नागरिक उड्डयन मंत्रालय भारत सरकार ने 4 नवंबर को हुए लालखदान रेल हादसे की जांच का आदेश जारी किया है। रेल संरक्षा आयुक्त बीके मिश्रा वैधानिक जांच करेंगे। जांच बिलासपुर डीआरएम ऑफिस में शुरू होगी। साक्ष्य देने वाले लोग मौके पर उपस्थित हो सकेंगे या कोलकाता स्थित रेल संरक्षा आयुक्त कार्यालय को जानकारी भेज सकेंगे। इस मामले में भारतीय रेलवे अधिनियम की धारा 113 के तहत कार्रवाई की जाएगी।
कमिश्नर ऑफ सेफ्टी ने सहयोगी अफसरों के साथ आज गतौरा स्टेशन के पास घटना स्थल पहुंचकर ट्रैक और क्षतिग्रस्त ट्रेन की जांच की। जानकारी के मुताबिक, कमिश्नर ऑफ सेफ्टी बीके मिश्रा तीन दिनों तक बिलासपुर में रहकर ट्रेन हादसे की सभी पहलुओं की बारीकी से जांच करेंगे। स्टेशन मास्टर, प्वाइंट्स मैन, की मैन, गार्ड शैलेश चंद्र, सेक्शन इंजीनियर, सिग्नल और इंजीनियरिंग सहित संबंधित सभी अधिकारियों और कर्मचारियों के बयान दर्ज करेंगे। इसके बाद कमिश्नर ऑफ सेफ्टी बीके मिश्रा अपनी रिपोर्ट रेलवे बोर्ड को सौंपेंगे।
प्राथमिक तौर पर ट्रेन क्रू मेंबर को माना जा रहा हादसे का जिम्मेदार
रेल हादसे की सुपरवाइजरी जांच रिपोर्ट भी सामने आई है। इस हादसे के लिए प्राथमिक तौर पर ट्रेन क्रू मेंबर को जिम्मेदार माना जा रहा है। CRS टीम की जांच के बाद मामले की पुष्टि होगी। आज CRS ने घटना स्थल का मुआयना किया है। वहीं अस्पताल पहुंचकर घायलों से भी मुलाकात की है।
तोरवा पुलिस ने दर्ज की एफआईआर
वहीं बिलासपुर रेल हादसे में पुलिस ने FIR दर्ज कर लिया है। रेलवे से आए मेमो के आधार पर अज्ञात के खिलाफ पुलिस ने गैर जमानती धाराओं में मामला दर्ज किया है। धारा106(1), 125(ए), 153, 154, 175 व रेल्वे एक्ट के तहत तोरवा थाने में अपराध दर्ज किया गया है।


अब तक 11 यात्रियों की मौत, 5 की हुई पहचान
बता दें कि लाल खदान स्टेशन के पास गाड़ी संख्या 68733 गेवरारोड-बिलासपुर मेमू लोकल ट्रेन और मालगाड़ी की टक्कर में अब तक 11 यात्रियों की मौत की पुष्टि हो चुकी है, जबकि 20 लोग गंभीर रूप से घायल हैं। हादसे में मृतकों की पहचान का सिलसिला जारी है और अब तक पांच यात्रियों के नाम और तस्वीरें सामने आई हैं, जिनमें लोको पायलट, छात्रा और अन्य यात्री शामिल हैं। हादसे में जिन यात्रियों की पहचान हुई है, उनमें लोको पायलट विद्या सागर, प्रमिला वस्त्रकार, अंकित अग्रवाल, प्रिया चंद्रा और शीला यादव शामिल हैं। मृतका शीला यादव देवरी खुर्द के बहनिया मंदिर के पास रहने वाली थीं, जबकि प्रिया चंद्रा गुरु घासीदास केंद्रीय विश्वविद्यालय (GGU) की बीएससी फाइनल ईयर की छात्रा थीं। वह सक्ती जिले के बहेराडीह की निवासी थीं। इनकी मौत की खबर सुनते ही परिजनों में मातम छा गया है।
घायल यात्रियों के नाम
इस रेल हादसे में घायल हुए यात्रियों के नाम सामने आये हैं। इस सूची में 20 लोगों के नाम शामिल हैं।
- मथुरा भास्कर, स्त्री, आयु 55 वर्ष
- चौरा भास्कर, पुरुष, आयु 50 वर्ष
- शत्रुघ्न, पुरुष, आयु 50 वर्ष
- गीता देबनाथ, स्त्री, आयु 30 वर्ष
- मेहनिश खान, स्त्री, आयु 19 वर्ष
- संजू विश्वकर्मा, पुरुष, आयु 35 वर्ष
- सोनी यादव, स्त्री, आयु 25 वर्ष
- संतोष हंसराज, पुरुष, आयु 60 वर्ष
- रश्मि राज, स्त्री, आयु 34
- ऋषि यादव, आयु 2 वर्ष
- तुलाराम अग्रवाल, पुरुष, आयु 60 वर्ष
- अराधना निषाद, स्त्री, आयु 16 वर्ष
- मोहन शर्मा, पुरुष, आयु 29 वर्ष
- अंजूला सिंह, स्त्री, आयु 49 वर्ष
- शांता देवी गौतम, स्त्री, आयु 64 वर्ष
- प्रीतम कुमार, पुरुष, आयु 18 वर्ष
- शैलेश चंद्र, पुरुष, आयु 49 वर्ष
- अशोक कुमार दीक्षित, पुरुष, आयु 54 वर्ष
- नीरज देवांगन, पुरुष, आयु 53 वर्ष
- राजेंद्र मारुति बिसारे, पुरुष, आयु 60 वर्ष
मुआवजे का ऐलान
बिलासपुर रेल हादसा में प्रभावित लोगों को मुआवजे का ऐलान किया गया है। रेलवे ने मृतक के परिवार को 10 लाख और गंभीर घायलों को 5 लाख, सामान्य घायलों को एक लाख रुपये देने की घोषणा की है। मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने भी घोषणा की है कि इस हादसे में मृतक के परिजनों को 5 लाख रुपये की आर्थिक सहायता दी जाएगी। वहीं घायलों को 50 हजार रुपए की सहायता राशि दी जाएगी।

