हेमंत शर्मा, इंदौर। शहर में शराब माफिया सूरज रज़क का दबदबा लगातार बढ़ता जा रहा है। पुलिस से लेकर आबकारी विभाग तक सब उसकी पहुंच के आगे बेबस नजर आते हैं। सूत्रों के मुताबिक, सूरज रज़क की शराब दुकान के पीछे अवैध अहाता फिर से संचालित हो रहा है, जिसे कुछ दिन पहले आबकारी विभाग ने सील किया था। 

यह शराब दुकान विजय नगर थाना क्षेत्र के ऑर्बिट मॉल के पास है। सील के बावजूद, ‘बाहुबली विधायक’ की पैरवी के चलते अहाता दोबारा खुल गया। विभागीय अधिकारियों की मजबूरी साफ दिखती है जहां कार्रवाई तो हुई, लेकिन अमल नहीं।

रातों-रात अमीर बना शराब माफिया

सूरज रज़क पहले प्रॉपर्टी डीलिंग का काम करता था। लेकिन अब उसके पास अकूत संपत्ति है। सवाल उठता है कि आखिर यह पैसा आया कहां से? सूत्र बताते हैं कि उसके कई कारोबार शराब और अवैध परिवहन से जुड़े हैं और ये पैसे एक डब्बा कारोबारी का है। अगर इस मामले की जांच सेंट्रल एजेंसियां करें तो कई बड़े खुलासे हो सकते हैं। कुछ दिन पहले सूरज रजक पर एक एफआईआर भी दर्ज हुई थी, जिसकी मीटिंग बंगला नंबर तीन पर हुई थी। बावजूद इसके प्रशासन ने कोई सख्त कार्रवाई नहीं की।

यह भी पढ़ें: Exclusive: शराब माफिया सूरज रजक पर FIR के बाद सियासी हलचल, 3 नंबर बंगले पर नेताओं का जमावड़ा, नए खुलासे ने बढ़ाई सनसनी! डिब्बा कारोबारी की पत्नी के साथ संबंध का उठाया फायदा, उसी के पैसे से बना करोड़पति

किसके संरक्षण में फल-फूल रहा माफिया राज?

प्रशासन की नाक के नीचे नियमों को दरकिनार कर जिस तरह सील किया गया अवैध अहाता दोबारा संचालित किया जा रहा है, ऐसे में सवाल यह उठता है कि माफिया राज किसके संरक्षण में फल-फूल रहा है? क्या इंदौर पुलिस और आबकारी विभाग बाहुबली नेताओं के दबाव में काम कर रहे हैं? कब तक शराब माफिया कानून से ऊपर रहेगा? अब देखना यह है कि मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव इस खुले भ्रष्ट तंत्र पर कब सख्त कार्रवाई करते हैं।

Lalluram.Com के व्हाट्सएप चैनल को Follow करना न भूलें.
https://whatsapp.com/channel/0029Va9ikmL6RGJ8hkYEFC2H