गयाजी। बाराचट्टी विधानसभा सीट से HAM-S उम्मीदवार ज्योति मांझी पर कथित हमले की खबर ने चुनावी माहौल को सनसनीखेज बना दिया है। घटना के बाद प्रशासन और पुलिस द्वारा तुरंत प्रतिक्रिया दी गई, लेकिन पुलिस और मेडिकल रिपोर्ट में किसी भी प्रकार की चोट या हमले का कोई ठोस प्रमाण नहीं मिला है।

प्रशासन का बयान

गया के डीएम शशांक शुभंकर ने इस मामले पर कहा शाम को HAM-S उम्मीदवार द्वारा सूचित किया गया कि उन्हें एक पत्थर लगा है। इसके बाद पुलिस की गश्ती टीम घटनास्थल पर गई और मामले की जांच की। जांच में किसी भी तरह का पत्थर नहीं मिला और किसी अन्य व्यक्ति ने भी पत्थर लगते हुए नहीं देखा। गाड़ी पर भी किसी प्रकार का कोई निशान नहीं था। उम्मीदवार को मेडिकल जांच के लिए लाया गया, लेकिन रिपोर्ट में किसी तरह की चोट का कोई संकेत नहीं था। मामले की पूरी जांच SIT (Special Investigation Team) गठित करके की जा रही है।

एसएसपी ने दिया बयान

एसएसपी आनंद कुमार ने भी मीडिया से बातचीत में कहा बाराचट्टी विधानसभा सीट से HAM-S उम्मीदवार द्वारा बताया गया कि चुनाव प्रचार के दौरान किसी ने उन्हें पत्थर मारा। हमने अभी तक छह लोगों के बयान लिए हैं, जिनमें से किसी ने भी किसी को पत्थर मारते हुए नहीं देखा। उम्मीदवार को अस्पताल में भर्ती कराया गया, लेकिन मेडिकल रिपोर्ट में किसी भी चोट का कोई निशान नहीं पाया गया। SIT मामले की पूरी जांच कर रही है।

ज्योति मांझी के परिवार का बयान

HAM-S उम्मीदवार ज्योति मांझी के बेटे चंदन कुमार ने मीडिया से बातचीत में कहा हम चुनाव प्रचार के क्रम में एक बैठक में जा रहे थे, जब हम सोभ पहुंचे तो मेरी मां पर एक होटल के पास किसी ने हमला किया। हमें यकीन है कि यह हमला RJD के समर्थकों द्वारा किया गया। यह बौखलाहट में किया गया काम है। मेरी मां इस समय ठीक हैं। उन्हें सीने में हल्की चोट लगी है, लेकिन स्थिति नियंत्रित है।

चुनावी माहौल पर प्रभाव

इस घटना ने बाराचट्टी विधानसभा सीट पर चुनावी माहौल को और संवेदनशील बना दिया है। HAM-S और RJD के समर्थकों के बीच आरोप-प्रत्यारोप का सिलसिला जारी है। प्रशासन ने दोनों पक्षों से संयम बरतने और कानून का पालन करने की अपील की है। विशेष रूप से चुनाव आयोग और पुलिस दोनों इस मामले की गंभीरता से जांच कर रहे हैं। SIT गठित होने के बाद पूरे घटनाक्रम की विस्तार से जांच की जाएगी। प्रशासन ने यह भी स्पष्ट किया है कि किसी भी प्रकार की हिंसा या उत्पात को बर्दाश्त नहीं किया जाएगा और दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।