पंजाब के पटियाला में दुष्कर्म के मामले में आरोपी और फरार चल रहे AAP विधायक हरमीत सिंह पठान माजरा के खिलाफ पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी कर दिया है. सनौर विधानसभा सीट से MLA पठान माजरा की गिरफ्तारी के लिए पुलिस लगातार छापेमारी कर रही है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. इसी के बाद पुलिस ने सरकारी आवास समेत विधानसभा क्षेत्र के विभिन्न इलाकों में उनके पोस्टर चस्पा किए हैं.

आरोपी विधायक के देश से बाहर भागने की आशंका को देखते हुए पुलिस ने लुक आउट नोटिस जारी किया है. साथ ही सनौर विधानसभा क्षेत्र और सरकारी आवास सहित कई सार्वजनिक स्थानों पर उनके पोस्टर लगाए गए हैं.

थाना सिविल लाइन के इंचार्ज गुरमीत सिंह के मुताबिक, मामले में विधायक की गिरफ्तारी के लिए विभिन्न ठिकानों पर लगातार दबिश दी जा रही है, लेकिन अब तक कोई सुराग नहीं मिला है. उन्होंने बताया कि कानूनी प्रक्रिया के तहत अब आरोपी विधायक के पोस्टर सार्वजनिक स्थानों पर लगाए गए हैं, ताकि आम लोग अगर उन्हें कहीं देखें तो पुलिस को तुरंत सूचना दे सकें.

उन्होंने यह भी कहा कि विधायक पठान माजरा के फरार होने की स्थिति में उनके विदेश भागने की आशंका थी, इसलिए लुक आउट नोटिस जारी किया गया है ताकि देश की सीमाओं से बाहर जाने के सभी रास्ते बंद हो जाएं.

पुलिस सूत्रों के मुताबिक, विधायक के खिलाफ दर्ज दुष्कर्म मामले में जांच जारी है और उन्हें भगोड़ा घोषित करने की प्रक्रिया भी आगे बढ़ रही है. जिस सरकारी निवास का वे उपयोग करते हैं, वहां भी पुलिस ने पोस्टर चस्पा किए हैं, जिसमें उनकी तलाश में मदद करने की अपील की गई है.

विधायक के खिलाफ दर्ज FIR के बाद से ही वह फरार बताए जा रहे हैं. स्थानीय पुलिस और विशेष टीमों ने कई बार उनके संभावित ठिकानों पर छापेमारी की, लेकिन गिरफ्तारी नहीं हो सकी.

पुलिस ने जनता से भी अपील की है कि वे आरोपी विधायक के बारे में किसी भी जानकारी को तुरंत पुलिस तक पहुंचाएं और उनकी गिरफ्तारी में सहयोग करें.

पंजाब में इस मामले को लेकर राजनीतिक हलचल भी बढ़ रही है, क्योंकि आम आदमी पार्टी के विधायक के फरार होने से विपक्ष ने सरकार को घेरना शुरू कर दिया है.

इससे पहले सितंबर में पठान माजरा ने एक वीडियो संदेश जारी कर दावा किया था कि वे खुद को एक फर्जी मुठभेड़ से बचाने के लिए भागे हैं और उन्होंने उन आरोपों से इनकार किया था कि एक दिन पहले गिरफ्तारी के प्रयास के दौरान उन्होंने हरियाणा में पुलिस कर्मियों पर गोलियां चलाई थीं.

पठानमाजरा ने वीडियो में कहा था, मुझे अपने सूत्रों से पता चला कि पुलिस मेरा एनकाउंटर कर सकती है, इसलिए मैंने उन्हें गुमराह किया और सुरक्षित जगह पर चला गया. मैंने कभी पुलिस का सामना नहीं किया. जब उन्होंने मेरी कार पर गोली चलाने की कोशिश की तो मैं दूसरे रास्ते से भाग निकला. मैं केवल भगवान की कृपा से बच गया.

उन्होंने सवाल किया था कि मैं पुलिस से पूछना चाहता हूं कि क्या मेरा आपसे कोई आमना-सामना हुआ. आपके साथ हाथापाई की या कोई गोली चलाई. उन्होंने आगे आरोप लगाया कि पुलिस दिल्ली के नेताओं के निर्देशों पर काम कर रही है. कहा, अगर अब्दाली जैसे आक्रमणकारी पंजाब को नहीं डरा सके तो दिल्ली के नेता हमें कैसे दबा सकते हैं?

पठान माजरा को करनाल जिले के डाबरी गांव में जीरकपुर की एक महिला द्वारा दर्ज कराई गई एफआईआर के सिलसिले में गिरफ्तार किया गया था, जिसमें उन पर बलात्कार, धोखाधड़ी और आपराधिक धमकी का आरोप लगाया गया था. महिला ने आरोप लगाया कि विधायक ने खुद को तलाकशुदा बताकर उसके साथ संबंध बनाए और शादीशुदा होते हुए भी 2021 में उससे शादी कर ली. उसने उन पर यौन शोषण, धमकी और अश्लील सामग्री भेजने का आरोप लगाया. विधायक ने आरोपों को राजनीति से प्रेरित बताते हुए खारिज कर दिया था और आरोप लगाया कि AAP का नेतृत्व उन्हें दबाने के लिए राज्य सरकार का दुरुपयोग कर रहा है.

पटियाला अपराध जांच एजेंसी के प्रभारी के अनुसार, पठानमाजरा को डाबरी में उनके रिश्तेदार के घर से गिरफ्तार किया गया था, लेकिन ग्रामीणों और कुछ शरारती तत्वों ने पुलिस टीम पर पथराव किया और गोलियां चलाईं, जिससे विधायक भागने में सफल रहे.