पंजाब में बीते दिन खेतों में पराली जलाने की 351 घटनाएं हुईं, जिससे 15 सितंबर से अब तक कुल 3,284 घटनाएं हो चुकी हैं। यह जानकारी आधिकारिक आंकड़ों से मिली।
पंजाब प्रदूषण नियंत्रण बोर्ड (पीपीसीबी) के आंकड़ों के अनुसार, संगरूर, तरनतारन, फिरोजपुर, अमृतसर और बठिंडा जिलों में फसल अवशेष जलाने के सबसे अधिक मामले सामने आए।
आंकड़ों के अनुसार, राज्य में 29 अक्टूबर तक पराली जलाने की 1216 घटनाएं दर्ज की गई थीं, जिनमें 2068 की वृद्धि हुई है।
राज्य में 2022 में 49,922, 2021 में 71,304, 2020 में 76,590, 2019 में 55,210 और 2018 में 50,590 पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं, जिनमें संगरूर, बठिंडा और अमृतसर सहित कई जिलों में बड़ी संख्या में पराली जलाने की घटनाएं दर्ज की गईं।
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