पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के प्रथम चरण के मतदान के बाद पटना प्रशासन पूरी सतर्कता के साथ ईवीएम की सुरक्षा में जुट गया है। शुक्रवार को पटना के जिलाधिकारी डॉ. त्याग राजन और एसएसपी कार्तिक शर्मा ने एएन कॉलेज स्थित स्ट्रॉन्ग रूम का निरीक्षण किया। इस दौरान सभी एसडीएम, मजिस्ट्रेट और संबंधित अधिकारी मौजूद रहे। डीएम ने बताया कि 14 विधानसभा क्षेत्रों के सभी ईवीएम को प्रत्याशियों और चुनाव पर्यवेक्षकों की मौजूदगी में सील कर दिया गया है। स्ट्रॉन्ग रूम अब पूरी तरह से केंद्रीय अर्धसैनिक बल (CAPF) की निगरानी में है।
दो स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था और 24 घंटे CCTV निगरानी
स्ट्रॉन्ग रूम में दो लेयर की सुरक्षा व्यवस्था की गई है। पहली परत में CAPF के जवान तैनात हैं जबकि दूसरी परत की जिम्मेदारी बिहार सशस्त्र पुलिस (BSAP) के पास है। काउंटिंग के दिन एक अतिरिक्त सुरक्षा परत जोड़ी जाएगी जिससे कुल तीन स्तरीय सुरक्षा व्यवस्था हो जाएगी। सभी स्ट्रॉन्ग रूम 24 घंटे CCTV कैमरों से मॉनिटर किए जा रहे हैं। प्रत्याशियों के लिए स्ट्रॉन्ग रूम के बाहर बैठने की व्यवस्था की गई है ताकि वे निरंतर निगरानी रख सकें।
सख्त प्रवेश नियम और मजिस्ट्रेट की तैनाती
पटना एसएसपी कार्तिक शर्मा ने बताया कि स्ट्रॉन्ग रूम की सुरक्षा बेहद कड़ी है। उन्होंने कहा कोई भी व्यक्ति यहां तक कि पदाधिकारी भी CAPF की अनुमति के बिना अंदर प्रवेश नहीं कर सकता। एएन कॉलेज के तीनों एंट्री गेट पर एक-एक मजिस्ट्रेट की तैनाती की गई है। फिलहाल तीन गेट प्रवेश और निकास के लिए निर्धारित हैं। कैंपस के भीतर भी एक मजिस्ट्रेट लगातार निगरानी में हैं।
तीन शिफ्ट में ड्यूटी
सुरक्षा कर्मियों की ड्यूटी तीन शिफ्टों में लगाई गई है – सुबह 6 बजे से दोपहर 2 बजे तक, दोपहर 2 बजे से रात 10 बजे तक और रात 10 बजे से सुबह 6 बजे तक। हर शिफ्ट में एक मजिस्ट्रेट, एक एसआई, एक एएसआई और चार पुलिस जवान तैनात हैं। गेट संख्या 2 से 4 तक, गेट नंबर 4 से CISF बिल्डिंग तक और CISF बिल्डिंग से गेट नंबर 2 तक मजिस्ट्रेटों द्वारा निरंतर गश्त की जा रही है। वहीं, गेट नंबर 2 के पास बने राजनीतिक दलों के एजेंट स्थल पर भी एक मजिस्ट्रेट तैनात है।
काउंटिंग डे पर और सख्ती
एसएसपी कार्तिक शर्मा ने बताया कि मतगणना के दिन सुरक्षा और सख्त की जाएगी। काउंटिंग के दौरान 100 मीटर की परिधि में तीसरी सुरक्षा परत बनाई जाएगी उन्होंने कहा। जिला पुलिस बल को भी बाहरी घेरा सुरक्षा की जिम्मेदारी सौंपी जाएगी। प्रशासन का दावा है कि इस बार की सुरक्षा व्यवस्था इतनी सुदृढ़ है कि ईवीएम की सुरक्षा में कोई सेंध नहीं लग सकेगी।
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