भिंडी एक ऐसी सब्जी है जो बच्चों बड़ों सभी को बहुत पसंद आती है. भिंडी पोषण से भरपूर और सेहत के लिए बहुत फायदेमंद होती है, लेकिन कुछ खाद्य पदार्थों के साथ इसका गलत संयोजन शरीर पर नकारात्मक प्रभाव डाल सकता है. आयुर्वेद और आधुनिक पोषण दोनों ही इस बात को मानते हैं कि हर फूड का “फूड कम्पैटिबिलिटी (Viruddha Ahara)” ध्यान में रखना चाहिए. आज हम आपको बतायेंगे कि भिंडी के साथ किन चीजों का सेवन नहीं करना चाहिए और क्यों.

दही या छाछ के साथ भिंडी

कारण-भिंडी स्वभाव से ठंडी होती है और दही भी ठंडी प्रकृति का होता है. दोनों को साथ खाने से बलगम, ठंड, सर्दी-जुकाम और पाचन संबंधी समस्याएँ हो सकती हैं. आयुर्वेदिक दृष्टि से-यह “विरुद्ध आहार” है – शरीर में कफ दोष बढ़ा सकता है.

भिंडी के साथ मछली या अंडा

कारण-मछली/अंडा गर्म तासीर वाले प्रोटीन स्रोत हैं जबकि भिंडी ठंडी प्रकृति की सब्जी है. यह संयोजन त्वचा पर एलर्जी, खुजली, या दाने जैसी समस्या पैदा कर सकता है. वैज्ञानिक दृष्टिकोण से-ऐसे फूड्स का एक साथ सेवन पाचन एंजाइमों पर विपरीत असर डाल सकता है.

भिंडी के साथ खट्टे फल या नींबू

कारण-भिंडी में मौजूद म्यूकिलेज (चिपचिपा पदार्थ) खट्टे तत्वों से रिएक्ट कर सकता है, जिससे पेट दर्द, गैस या एसिडिटी हो सकती है.

भिंडी के साथ बहुत मसालेदार या तली हुई चीजें

कारण-भिंडी में फाइबर और म्यूकिलेज दोनों ही होते हैं जो पेट को शांत रखते हैं. अगर इसे बहुत मसालेदार बनाया जाए तो यह गुण उल्टा असर दिखा सकता है – अपच, गैस और भारीपन हो सकता है.

भिंडी खाने के सही तरीके

  1. इसे हल्का भूनकर या स्टीम करके खाना सबसे अच्छा है.
  2. चाहें तो थोड़ा जीरा, हल्दी और हींग डालें – यह पाचन सुधारने में मदद करेगा.
  3. दोपहर के भोजन में लेना रात के मुकाबले बेहतर रहता है.