रोहित कश्यप, मुंगेली। शहर में बिक रही ‘Bliss blue’ नामक 250 मिलीलीटर की पैक्ड पानी बोतल अब विवादों में है। यह बोतल बिना उत्पादन तिथि और एक्सपायरी डेट के खुलेआम बाजार में बेची जा रही है। इतना ही नहीं, यह बोतल सरकारी दफ्तरों में भी सप्लाई की जा रही है, जिससे लोगों में आशंका और नाराजगी दोनों बढ़ गई है।
उपभोक्ताओं का कहना है कि पानी जैसी संवेदनशील वस्तु पर यदि निर्माण और एक्सपायरी डेट दर्ज न हो तो यह सीधे तौर पर फूड सेफ्टी मानकों का उल्लंघन है। बावजूद इसके यह उत्पाद न सिर्फ बाजारों में बिक रहा है बल्कि सरकारी कार्यालयों में उपयोग हो रहा है, जो पूरे फूड एवं सेफ्टी डिपार्टमेंट के कार्यों पर सवाल खड़े करता है। अब जांच का विषय है कि इसके पीछे खेल क्या है? फैक्ट्री कहां स्थित है? मालिक कौन है? आखिर कैसे यह उत्पाद बिना आवश्यक अनुमोदन और लेबलिंग के बाजार में पहुंच गया? क्या इसमें निगरानी एजेंसियों की लापरवाही है या किसी स्तर पर मिलीभगत?


आम जनता के स्वास्थ्य की गारंटी कौन देगा?
सोशल मीडिया पर भी इस मामले को लेकर लोगों ने सवाल उठाना शुरू कर दिया है। लोगों का कहना है कि जब बिना उत्पादन व एक्सपायरी तारीख के बोतल सरकारी दफ्तरों तक पहुंच रही है तो आम जनता के स्वास्थ्य की गारंटी कौन देगा?”
संबंधित विभाग को जांच के निर्देश दिए हैं : अपर कलेक्टर
इस गंभीर मामले में अपर कलेक्टर निष्ठा पांडेय तिवारी ने कहा कि “मामला संज्ञान में लिया गया है। संबंधित विभाग को जांच के निर्देश दिए गए हैं। जांच रिपोर्ट के आधार पर उचित कार्रवाई की जाएगी।” अब देखना होगा कि जांच के बाद ‘Bliss’ बोतल का सच क्या निकलता है। क्या यह केवल लापरवाही का मामला है या इसके पीछे कोई बड़ा नेटवर्क काम कर रहा है। फिलहाल लोगों के मन में सवाल यही है कि स्वास्थ्य से जुड़ी इस लापरवाही की जवाबदेही कौन तय करेगा?
छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
खेल की खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें

