विक्रम मिश्र, लखनऊ। परिवहन विभाग ने शनिवार सुबह आगरा एक्सप्रेसवे पर क्षमता से अधिक सवारियां और सामान ले जा रही एक निजी बस को सीज कर दिया। यह बस मेरठ से बिहार के किशनगंज जा रही थी, जिसमें 54 सीटों की जगह 115 यात्री सवार थे। बस में पुरुषों, महिलाओं और बच्चों के साथ भारी मात्रा में सामान भी लदा था।

बस चालक मौके से हो गया फरार

जांच के दौरान ओवरलोडिंग पाए जाने पर विभाग ने बस को सरोजनीनगर क्षेत्र स्थित अमौसी रोडवेज वर्कशॉप में खड़ा करा दिया। बस चालक मौके से फरार हो गया और मोबाइल भी बंद कर लिया। यात्रियों का कहना है कि वे बिहार विधानसभा चुनाव में मतदान करने जा रहे थे। उन्होंने प्रति सवारी 1200 रुपये और सामान के 300 रुपये अतिरिक्त किराया दिया था। लेकिन बस सीज होने के बाद उन्हें बीच रास्ते में ही छोड़ दिया गया।

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परिवहन अधिकारी आभा त्रिपाठी के अनुसार, यात्रियों के लिए रोडवेज की दो बसों की व्यवस्था की गई थी, लेकिन वे यूपी सीमा तक ही जाती थीं, इसलिए यात्रियों ने मना कर दिया। मजदूरों ने सवाल उठाया कि जब बस सीज की गई, तो विभाग ने उन्हें गंतव्य तक पहुंचाने की पूरी व्यवस्था क्यों नहीं की।