अविनाश श्रीवास्तव, रोहतास। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के प्रचार का आज आखिरी दिन है, और इसी दिन महागठबंधन के मुख्यमंत्री पद के उम्मीदवार तेजस्वी यादव अपना जन्मदिन भी मना रहे हैं। लेकिन इस खास मौके पर भी तेजस्वी ने जश्न से ज्यादा चुनाव प्रचार को प्राथमिकता दी। सुबह-सुबह वे रोहतास जिले के दिनारा पहुंचे, जहां उन्होंने जनता को संबोधित करते हुए बड़ा बयान दिया और अपनी योजनाओं का खाका पेश किया।

तेजस्वी की जनता से अपील

तेजस्वी यादव ने मंच से कहा कि अब वक्त बहुत कम है और उनके पास 16 जनसभाएं करनी हैं। उन्होंने लोगों से अपील की, “आप सभी से निवेदन है कि महागठबंधन के उम्मीदवारों को वोट देकर भारी मतों से जीताइए। एक मौका तेजस्वी को दीजिए, एक मौका युवाओं को दीजिए।”

तेजस्वी ने वादा किया कि अगर महागठबंधन की सरकार बनी तो हर घर में सरकारी नौकरी दी जाएगी। उन्होंने कहा, “14 जनवरी को हमारी सरकार बनने के बाद 30 हजार रुपये माताओं और बहनों के खाते में भेजे जाएंगे। पेंशन की राशि भी बढ़ाकर 1500 रुपये कर दी जाएगी।”

इसके साथ ही तेजस्वी ने अपनी पार्टी के चुनावी वादों को विस्तार से गिनाया रोजगार, शिक्षा, स्वास्थ्य और किसानों की मदद को लेकर कई योजनाओं का उल्लेख किया।

जन्मदिन पर मांगा जनता का प्यार और आशीर्वाद

अपने जन्मदिन का जिक्र करते हुए तेजस्वी ने मुस्कुराते हुए कहा, “आज मेरा जन्मदिन है, लेकिन मुझे किसी तोहफे की जरूरत नहीं। मुझे सिर्फ आप सबका प्यार, आशीर्वाद और ताकत चाहिए ताकि हम इस बेईमान सरकार को उखाड़ फेंकें।” तेजस्वी ने जनता से ‘लालटेन’ को वोट देने की अपील करते हुए कहा कि बिहार को एक नई दिशा देने का समय आ गया है। उन्होंने कहा कि युवाओं, किसानों और महिलाओं का भरोसा ही उनकी असली ताकत है।

जनसभा के बाद मनाया जन्मदिन

जनसभा के अंत में कार्यकर्ताओं और समर्थकों ने मंच पर ही तेजस्वी यादव का जन्मदिन मनाया। उन्होंने केक काटा, लेकिन ज्यादा समय न लेते हुए वे तुरंत अपनी अगली जनसभा के लिए रवाना हो गए।

जनता दे रही है आशीर्वाद- तेजस्वी

बता दें कि जनसभा को संबोधित करने से पहले तेजस्वी ने पटना में मीडिया कर्मियों से बात करते हुए कहा था कि, आज चुनाव प्रचार का आखिरी दिन है। इस बार माहौल बहुत अच्छा है। बिहार की जनता आशीर्वाद दे रही है और बदलाव के लिए वोट कर रही है… प्रधानमंत्री हो या केंद्र के मंत्री हो ये लोग 65% आरक्षण के बारे में कुछ नहीं बोल रहे हैं।  केंद्र सरकार को 11 साल का हिसाब देना चाहिए था गुजरात को कितना दिया गया बिहार को कितना दिया गया 65% बढ़े हुए आरक्षण को खा गया उन लोगों ने… उन्होंने आगे कहा कि, चुनाव आयोग की जिम्मेदारी है कि पर्चियां कहां से मिल रही है? CCTV अगर गायब हो रहे हैं तो इस प्रकार की बातें तो होंगी ही।

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