न्यूज़ 24 MPCG और लल्लूराम डॉट कॉम के सलाहकार संपादक संदीप अखिल द्वारा लिए गए विशेष साक्षात्कार पर आधारित

Business Leader : जब भी छत्तीसगढ़ के औद्योगिक, सामाजिक और शैक्षणिक विकास की चर्चा होती है, तो एक नाम सम्मानपूर्वक लिया जाता है — गजराज पगारिया। शिक्षा के क्षेत्र में अपनी दूरदर्शिता और समर्पण से उन्होंने न केवल विद्यार्थियों का भविष्य संवारा, बल्कि छत्तीसगढ़ को गुणवत्तापूर्ण उच्च शिक्षा का नया आयाम भी प्रदान किया। MATS University के चांसलर गजराज पगारिया ने सलाहकार संपादक संदीप अखिल से बातचीत के दौरान अपनी प्रेरणादायी जीवन यात्रा, विज़न और शिक्षा के प्रति समर्पण साझा किया।

बचपन से शिक्षा के प्रति लगन

गजराज पगारिया का जन्म एक साधारण परिवार में हुआ, पर उनके विचार असाधारण थे। बचपन से ही वे मानते थे कि “ज्ञान ही जीवन बदलने की सबसे बड़ी शक्ति है।” सीमित संसाधनों में भी उन्होंने अपनी पढ़ाई को कभी रुकने नहीं दिया। वे कहते हैं, “मैंने शिक्षा को केवल डिग्री प्राप्ति नहीं, बल्कि जीवन निर्माण का माध्यम माना।”
युवा अवस्था में ही उन्होंने यह संकल्प लिया कि वे समाज को शिक्षा के माध्यम से कुछ लौटाएँगे। इसी सोच ने आगे चलकर MATS University (Mahaveer Academy of Technology and Science University) की नींव रखी — एक ऐसा संस्थान जो आज देशभर में अपनी गुणवत्ता और नवाचार के लिए जाना जाता है।

MATS University की स्थापना : एक सपना जो साकार हुआ

साल 2006 में गजराज पगारिया ने MATS University की स्थापना की। उस समय छत्तीसगढ़ में उच्च शिक्षा के लिए गुणवत्तापूर्ण और विविध विकल्पों की कमी थी। उन्होंने महसूस किया कि यदि युवाओं को विश्वस्तरीय शिक्षा अपने ही प्रदेश में मिले तो वे राष्ट्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर अपनी पहचान बना सकते हैं।
उन्होंने बताया कि “हमारा लक्ष्य प्रदेश के युवाओं को आत्मनिर्भर बनाना था, ताकि वे अवसर का उपभोक्ता नहीं, बल्कि अवसर का निर्माता बनें।”

MATS University आज 13 विभागों और 56 कोर्सों के साथ प्रदेश का प्रमुख निजी विश्वविद्यालय है। अब तक एक लाख से अधिक विद्यार्थी यहां शिक्षा प्राप्त कर चुके हैं। विश्वविद्यालय को NAAC द्वारा ‘A+’ ग्रेड प्राप्त है, जिससे इसे डिस्टेंस और ऑनलाइन कोर्स चलाने की भी पात्रता मिली है। गजराज पगारिया ने गर्व से कहा, “हमारे यहां स्कूल की तरह कॉलेज स्तर पर पैरेंट-टीचर मीटिंग की परंपरा है — ताकि माता-पिता भी अपने बच्चे की प्रगति से जुड़े रहें।”

शिक्षा का नया दृष्टिकोण : उद्योगोन्मुखी और नैतिक मूल्य आधारित शिक्षा

गजराज पगारिया ने बताया कि उन्होंने MATS को केवल डिग्री देने वाली संस्था नहीं, बल्कि जीवन गढ़ने वाली यूनिवर्सिटी के रूप में विकसित किया। उनका उद्देश्य है—छात्रों को उद्योगोन्मुखी शिक्षा देना, उनमें उद्यमिता की भावना जगाना, उन्हें वैश्विक दृष्टिकोण से जोड़ना, और उनके भीतर नैतिक मूल्यों का संवर्धन करना। उनका मानना है कि शिक्षा तभी सार्थक है जब वह समाज में सकारात्मक परिवर्तन लाए। यही कारण है कि आज MATS के विद्यार्थी देश-विदेश की बड़ी कंपनियों और संस्थानों में अपने कौशल से पहचान बना रहे हैं।

नेतृत्व और प्रबंधन : एक दूरदर्शी चांसलर की भूमिका

MATS University में गजराज पगारिया केवल संस्थापक नहीं, बल्कि एक मार्गदर्शक शक्ति हैं। चांसलर और चेयरमैन के रूप में वे हर नीतिगत निर्णय में सक्रिय भूमिका निभाते हैं। उनके नेतृत्व में विश्वविद्यालय ने शिक्षा के क्षेत्र में अनेक नवाचार किए हैं — जैसे आधुनिक लैब्स, स्किल डेवलपमेंट प्रोग्राम, और स्थानीय विद्यार्थियों के लिए Chancellor Scholarship Scheme, जिसके तहत विश्वविद्यालय परिसर के आसपास के ग्रामीण बच्चों को नि:शुल्क या रियायती शिक्षा दी जाती है। उन्होंने साक्षात्कार में कहा, “शिक्षा तब सार्थक है जब यह समाज के सबसे ज़रूरतमंद तक पहुँचे।”

अंतरराष्ट्रीय पहचान और नई जिम्मेदारी

अगस्त 2021 में गजराज पगारिया को Board of International Aviation Games of India की छत्तीसगढ़ इकाई का अध्यक्ष नियुक्त किया गया। यह उनके व्यापक दृष्टिकोण का प्रमाण है कि उनकी सोच केवल अकादमिक सीमाओं तक नहीं, बल्कि खेल, नवाचार और अंतरराष्ट्रीय सहयोग तक फैली हुई है।
उन्होंने बताया कि “आज हमारे विश्वविद्यालय में झारखंड, ओडिशा, बिहार के अलावा 14 अलग-अलग देशों के विद्यार्थी पढ़ रहे हैं — यह हमारी गुणवत्ता और विश्वसनीयता का प्रमाण है।”

MATS University : मान्यता प्राप्त और सशक्त शैक्षणिक संस्था

MATS University छत्तीसगढ़ निजी विश्वविद्यालय अधिनियम के तहत स्थापित है और UGC, AICTE, BCI, NAAC जैसी संस्थाओं से मान्यता प्राप्त है। यह विश्वविद्यालय अपने मजबूत अकादमिक सिस्टम और पारदर्शी नीतियों के कारण प्रदेश के प्रमुख उच्च शिक्षा केंद्रों में अग्रणी है।

शिक्षा से आगे : राजनीति और समाजसेवा में सक्रिय भूमिका

साक्षात्कार के दौरान गजराज पगारिया ने यह भी साझा किया कि शिक्षा के साथ-साथ वे समाजसेवा और राजनीति में भी सक्रिय हैं। उन्होंने कहा, “मैं मानता हूँ कि शिक्षा और राजनीति दोनों समाज सुधार के दो सशक्त स्तंभ हैं। एक विचार देता है, दूसरा उसे नीति में ढालता है।”
उनकी इस सोच ने उन्हें एक सामाजिक नेता और शिक्षाविद् — दोनों रूपों में सम्मान दिलाया है।

छात्रों के सपनों का केंद्र : MATS University

आज MATS University प्रदेश के युवाओं के लिए केवल एक शिक्षण संस्थान नहीं, बल्कि सपनों की मंज़िल बन चुकी है।
यहाँ छात्रों को रिसर्च, इनोवेशन, उद्योग और समाज—चारों क्षेत्रों में आगे बढ़ने के अवसर मिलते हैं।
विश्वविद्यालय में लगातार इंडस्ट्री-एकेडमिक इंटरफेस, स्टार्टअप मेंटरशिप प्रोग्राम और स्किल ट्रेनिंग चलाए जाते हैं।
पगारिया जी ने कहा— “हम चाहते हैं कि हमारे विद्यार्थी केवल नौकरी पाने वाले नहीं, बल्कि नौकरी देने वाले बनें।”

शिक्षा के आलोक स्तंभ

गजराज पगारिया का जीवन इस बात का सशक्त उदाहरण है कि जब संकल्प और सेवा एक साथ चलें, तो शिक्षा समाज के हर वर्ग को रोशन कर सकती है।
उन्होंने MATS University की स्थापना कर छत्तीसगढ़ की धरती को एक नया गौरव दिया — ऐसा संस्थान जिसने हजारों युवाओं के भविष्य को दिशा दी और प्रदेश को ज्ञान के क्षेत्र में अग्रणी बनाया।
उनकी सोच, “शिक्षा ही असली पूंजी है,” आज भी हर विद्यार्थी को प्रेरित करती है।

भविष्य में जब भी छत्तीसगढ़ की शिक्षा यात्रा का इतिहास लिखा जाएगा, तो गजराज पगारिया का नाम एक प्रेरणादायी आलोक स्तंभ की तरह स्वर्ण अक्षरों में अंकित रहेगा।