पटना। बिहार विधानसभा चुनाव के दूसरे और अंतिम चरण का मतदान 11 नवंबर को होने वाला है। चुनाव प्रचार के आखिरी दिन रविवार को राजद नेता तेजस्वी यादव ने सोशल मीडिया पर सत्तारूढ़ एनडीए और केंद्र सरकार पर बड़ा हमला बोला। उन्होंने कहा कि बिहार में जनता अब बदलाव के मूड में है और एनडीए खेमे में हार का खौफ साफ दिख रहा है।

पहले चरण के बाद NDA में मातम का माहौल

तेजस्वी यादव ने अपने पोस्ट में लिखा कि पहले चरण के मतदान के बाद एनडीए नेताओं के चेहरों पर निराशा और गमगीन माहौल साफ झलक रहा है। उन्होंने आरोप लगाया कि गृह मंत्री अधिकारियों को फोन कर धमका रहे हैं और रातों-रात होटलों के सीसीटीवी कैमरे बंद करवा अधिकारियों को बुलाया जा रहा है।

ईडी के डर से भ्रष्ट अफसर दे रहे गलत आदेश

राजद नेता ने दावा किया कि मुख्यमंत्री आवास से बिना सीएम की जानकारी के कुछ भूंजा पार्टी के करीबी और ईडी के शिकंजे में फंसे अधिकारी, प्रशासनिक अधिकारियों पर दबाव बना रहे हैं। उन्होंने कहा कि इन्हें निर्देश दिया जा रहा है कि महागठबंधन समर्थक बूथों को डिस्टर्ब किया जाए और हमारे कार्यकर्ताओं को वोटिंग के दिन तक डिटेन किया जाए।तेजस्वी ने यह भी कहा कि कई ईमानदार अधिकारी अब ऐसे फोन कॉल्स के स्क्रीनशॉट तक साझा कर रहे हैं, जो यह दिखाता है कि व्यवस्था में बदलाव की लहर शुरू हो चुकी है।

दो गुजराती बिहार को उपनिवेश बनाना चाहते हैं

तेजस्वी यादव ने अपने बयान में कहा, “दो गुजराती किसी भी तरह बिहार पर कब्जा करना चाहते हैं। वे बिहार को अपना उपनिवेश बनाना चाहते हैं, लेकिन बिहार की जनता संविधान विरोधी और बेगैरत सत्ताधारियों को सबक सिखाने के लिए तैयार है। उन्होंने आगे कहा कि बिहार गणतंत्र की जननी है, और यहां की जनता लोकतंत्र की डकैती और वोट चोरी को कभी स्वीकार नहीं करेगी।

बिहार की जनता लोकतंत्र बचाने को तैयार

तेजस्वी ने अंत में अपील की कि बिहार के सभी अधिकारी संविधान की शपथ का सम्मान करते हुए निष्पक्ष रहें और किसी दबाव में आकर लोकतंत्र को कमजोर न करें। उन्होंने कहा जनता इस बार हर हाल में वोट चोरी रोककर लोकतंत्र की रक्षा करेगी।