सत्यपाल सिंह, रायपुर। पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गाँधी और पूर्व उप प्रधानमंत्री सरदार पटेल की जयंती के मौके पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने पीए मोदी पर करारा कटाक्ष किया है. उन्होंने मोदी पर निशाना साधते हुए कहा, कि मोदी अगर सरदार पटेल को मानते हैं, तो उन्हें आरएसएस पर फिर से प्रतिबंध लगा देना चाहिए. ठीक उसी तरह से जैसे सरदार पटेल ने लगा दिया था. भूपेश बघेल ने यह बातें कांग्रेस भवन में आयोजित श्रद्धांजलि कार्यक्रम में कही.
कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए भूपेश बघेल ने कई मसलों पर भाजपा, संघ और मोदी की नीतियों पर आलोचना की. उन्होंने कहा, कि देश को दोनों महापुरुषों को नमन. सरदार वल्लभ भाई पटेल का आजादी की लड़ाई ओर राष्ट्र निर्माण में जो योगदान है उसे भुलाया नहीं जा सकता. सरदार पटेल ने किसानों के लिए आंदोलन किया. हजारों किसानों ने अंग्रेजों को टैक्स देने से मना किया किसानों ने अपनी जमीन खो दी, किसानों को आजादी के बाद कांग्रेस की सरकार ने वापस ज़मीनें दिलाई. देश आजाद हुआ तब सरदार वल्लभ पटेल को गांधी और नेहरू ने जिम्मेदारी दी थी. आज एक सवाल कि धारा 370 नरेंद्र मोदी ने हटाया या अमित शाह ने इसका श्रेय किसे देना चाहिए ? चाहे काम कोई भी करे श्रेय मुखिया को जाता है, लेकिन नेहरू ने पूरा श्रेय सरदार वल्लभभाई पटेल को दिया.
एक वर्ग है जो महापुरुषों की कद नापते है. सुभाष, पटेल, गांधी, नेहरू की कद नापते है और एक दूसरे से लड़ा रहे हैं. वे लोग भी कद छोटा-बड़ा भी कर रहे हैं, जिन्हें आजादी से कोई लेना देना नहीं है. सरदार वल्लभ भाई पटेल को सरदार की उपाधि महात्मा गांधी या नेहरू ने दिया. महात्मा की उपाधि रविन्द्र ने बापू ने दिया था.
सावरकर को वीर कहते है, इसको इसकी उपाधि किसने दी ये कैसे वीर हो गए ? काले पानी की सजा सैंकड़ों लोगों को हुई थी. सुभाष चन्द्र बोस, भगत सिंह, सावरकर को अंग्रेजों के खिलाफ लड़ाई में सजा हुई थी, सुभाष और भगत ने माफी नहीं मांगी, लेकिन सावरकर ने मांगी तो वो वीर कैसे हो गए ?
किसानों के लिए सरदार पटेल और इंदिरा गांधी ने काम किया. छत्तीसगढ़ के सामने वही स्थिति हम देना चाहते है. 2500 रुपए क्विन्टल में धान खरीदी करना चाहते हैं, लेकिन भारत सरकार ने अनुमति नहीं दी है. छत्तीसगढ़ ऐसा पहला प्रदेश जिसमें मंदी की कोई मार नहीं है. आगे भी यही कोशिश रहेगी. मनमोहन की सरकार थी तो किसानों को बोनस मिलता था, मोदी सरकार में नहीं मिल रहा सभी किसान मिलकर प्रधान मंत्री मोदी को पत्र लिखें.