पटना। दिल्ली में लाल किले के पास कार ब्लास्ट की घटना के बाद बिहार में सुरक्षा एजेंसियां सतर्क मोड पर आ गई हैं। विधानसभा चुनाव के दूसरे चरण के मतदान से पहले पूरे राज्य में हाई अलर्ट जारी कर दिया गया है। खासतौर पर नेपाल सीमा से सटे जिलों में सुरक्षा के विशेष इंतजाम किए गए हैं। सूत्रों के मुताबिक भारत-नेपाल सीमा को 11 नवंबर की रात तक सील कर दिया गया है। हालांकि नेपाल में रहने वाले बिहार के लोगों को पहचान पत्र दिखाने पर राज्य में प्रवेश की अनुमति दी जा रही है। सुरक्षा एजेंसियों को किसी भी संदिग्ध गतिविधि पर तुरंत कार्रवाई करने के निर्देश दिए गए हैं।
बढ़ाई गई और सुरक्षा
ADG लॉ एंड ऑर्डर पंकज दराद ने बताया कि दिल्ली ब्लास्ट के बाद सभी जिलों के एसपी को निर्देश दिए गए हैं कि धार्मिक स्थल, भीड़भाड़ वाले बाजार और सार्वजनिक स्थानों पर सख्त चेकिंग शुरू करें। उन्होंने कहा चुनाव को लेकर पहले से ही हाई अलर्ट जारी था, अब सतर्कता और बढ़ा दी गई है।
डीजीपी ने कही ये बात
वहीं DGP बिहार विनय कुमार ने कहा कि विधानसभा चुनाव को लेकर राज्य में सुरक्षा के पुख्ता इंतजाम किए गए हैं। लगातार वीवीआईपी मूवमेंट और दिल्ली की घटना को देखते हुए सभी जिलों में चौकसी बढ़ाई गई है। उन्होंने बताया कि हर जिले के पुलिस कप्तान को चौकसी बढ़ाने और संवेदनशील इलाकों पर विशेष नजर रखने के निर्देश दिए गए हैं।
पप्पू यादव का आया बयान
दिल्ली के लाल किले के पास हुए भीषण धमाके में नौ लोगों की मौत होना अत्यंत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। इस गंभीर सुरक्षा चूक के समय देश का गृह मंत्री और प्रधानमंत्री अपने दायित्व से हटकर बिहार विधानसभा चुनाव जीतने में लगे हुए थे। वह धमकी और कट्टे के खेल में व्यस्त थे, जिससे देश की सुरक्षा व्यवस्था कमजोर साबित हुई। इस विस्फोट की पूरी जिम्मेदारी उन पर होती है, क्योंकि सुरक्षा व्यवस्था के इतने बड़े फेरबदल के बावजूद ऐसा हादसा हुआ। ऐसे कमजोर नेतृत्व वाली सरकार देश और जनता को सुरक्षा देने में असमर्थ है। अब समय आ गया है कि देश की सुरक्षा को गंभीरता से लिया जाए, और जो लोग अपनी जिम्मेदारी निभाने में विफल रहे, उन्हें अपने पद से इस्तीफा देना चाहिए। यह घटना सरकार की नाकामी को दर्शाती है और हमें बेहतर सुरक्षा तंत्र की आवश्यकता है ताकि भविष्य में ऐसी भयावह घटनाएं दोबारा न हों।
नेपाल बॉर्डर पर निगरानी
सूत्रों के अनुसार, नेपाल से सटे पश्चिम और पूर्वी चंपारण, शिवहर, सीतामढ़ी, मधुबनी, सुपौल, अररिया और किशनगंज जिलों में सबसे ज्यादा सघन चेकिंग की जा रही है। वहीं, पूरे बिहार में बस स्टैंड, रेलवे स्टेशन और बाहरी राज्यों से आने वाले वाहनों की जांच भी तेज कर दी गई है। किशनगंज एसपी सागर कुमार ने बताया कि जिले में पुलिस पूरी तरह अलर्ट मोड पर है। सीमा क्षेत्र में गश्त बढ़ाई गई है और खुफिया एजेंसियां भी सक्रिय हैं।
इन जिलों में होगा मतदान
बिहार के 19 जिलों जिनमें भागलपुर, बांका, जमुई, नवादा, गया, जहानाबाद, अरवल, औरंगाबाद, रोहतास और कैमूर शामिल हैं। प्रदेश की 122 विधानसभा सीटों पर मंगलवार 11 नवंबर को वोटिंग होनी है। प्रशासन ने दावा किया है कि वोटिंग पूरी तरह शांतिपूर्ण और सुरक्षित माहौल में कराने के लिए सभी तैयारियां पूरी कर ली गई हैं।
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