पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे और अंतिम चरण के लिए आज वोटिंग जारी है। सुबह से ही मतदाता अपने-अपने बूथों पर पहुंचकर लोकतंत्र के इस पर्व में भाग ले रहे हैं। इस चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मतदान हो रहा है, जहां 3.70 करोड़ मतदाता 1302 उम्मीदवारों की किस्मत का फैसला करेंगे। 20 जिलों की 45,399 बूथ पर वोटिंग हो रही है। इनमें 4,109 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है। संवेदनशील बूथों पर शाम 4 से 5 बजे तक वोटिंग होगी। जबकि अन्य बूथों पर शाम 6 बजे तक मतदान होंगे।

वोटिंग शुरू नहीं हो पाई

हालांकि, वोटिंग के शुरुआती घंटों में कई जिलों से EVM खराब होने की शिकायतें सामने आई हैं। किशनगंज समेत 5 जिलों में 6 बूथों पर मतदान देर से शुरू हुआ, वहीं जमुई के चकाई विधानसभा के बूथ संख्या 334 पर अब तक वोटिंग शुरू नहीं हो पाई है।

बांका के कटोरिया में 70 मिनट की देरी

बांका जिले के कटोरिया विधानसभा क्षेत्र के बूथ संख्या 76 पर भी तकनीकी खराबी के कारण मतदान करीब 70 मिनट की देरी से शुरू हुआ। स्थानीय प्रशासन ने मौके पर नई EVM मशीन भेजकर मतदान को दोबारा शुरू कराया।

शाहनवाज हुसैन ने डाला वोट

इस बीच सुपौल जिले में भाजपा नेता और पूर्व केंद्रीय मंत्री सैयद शाहनवाज हुसैन ने मतदान किया। उन्होंने वोट डालने के बाद कहा, बिहार की जनता NDA के विकास कार्यों पर भरोसा करती है और भारी संख्या में मतदान कर रही है।

EVM खराबी पर उठाए सवाल

वहीं पूर्णिया सांसद पप्पू यादव ने EVM खराबी को लेकर चुनाव आयोग पर निशाना साधा। उन्होंने कहा जान-बूझकर मशीन खराब होने की बात कही जा रही है ताकि वोट चोरी की जा सके। यादव ने पारदर्शिता सुनिश्चित करने के लिए आयोग से कड़ी निगरानी की मांग की।

सीमाओं पर सतर्कता

दूसरे चरण में कुल 45,399 बूथों पर मतदान हो रहा है, जिनमें से 4,109 बूथों को संवेदनशील घोषित किया गया है। इन संवेदनशील केंद्रों पर शाम 4 से 5 बजे तक वोटिंग होगी, जबकि बाकी जगहों पर मतदान शाम 6 बजे तक चलेगा।

सील कर दिया गया

दिल्ली में लाल किले के पास सोमवार रात हुए कार ब्लास्ट में 9 लोगों की मौत के बाद बिहार प्रशासन ने सतर्कता बढ़ा दी है। भारत-नेपाल सीमा पर सुरक्षा कड़ी कर दी गई है और बॉर्डर को 11 नवंबर की रात तक सील कर दिया गया है।

किस्मत EVM में बंद होगी

आज के मतदान में कई बड़े नेताओं की साख दांव पर है। 12 मंत्रियों सहित प्रमुख उम्मीदवारों की किस्मत EVM में बंद होगी। सभी की निगाहें अब 14 नवंबर को आने वाले नतीजों पर टिकी हैं, जो बिहार की नई राजनीतिक तस्वीर तय करेंगे।