यमुना प्राधिकरण क्षेत्र के सेक्टर-25 में स्थित बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) में फॉर्मूला F-1 रेस के आयोजन की उम्मीद जगी है। सूत्रों के अनुसार, फॉर्मूला एफ-1 रेस कराने वाली कंपनी ने प्राधिकरण के अधिकारियों से संपर्क किया है और संभावित आयोजन पर बातचीत शुरू हो गई है। यदि दोनों पक्षों के बीच सहमति बनती है, तो यह कदम न केवल मोटर स्पोर्ट्स के क्षेत्र को बढ़ावा देगा बल्कि स्थानीय आर्थिक विकास और रोजगार सृजन में भी सहायक होगा।

जापान के प्रतिनिधिमंडल ने चार दिन पहले बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) का दौरा किया और यहां जापान सुपर फॉर्मूला रेस कराने की इच्छा जताई। याद रहे कि 2011 से 2013 तक BIC ने लगातार तीन साल एफ-1 इंडियन ग्रांड प्रिक्स की मेजबानी की थी, लेकिन इसके बाद टैक्स और रेगुलेटरी मुद्दों के कारण यह आयोजन रुक गया। वर्ष 2023 में मोटो जीपी के सफल आयोजन ने अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए मार्ग प्रशस्त किया। विशेषज्ञों का दावा है कि मोटो जीपी की सफलता के बाद BIC अब अंतरराष्ट्रीय रेसों के लिए पूरी तरह तैयार है।

जापान के प्रतिनिधिमंडल ने 6 नवंबर को बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) के अधिकारियों के साथ बैठक कर जापान सुपर फॉर्मूला रेस भारत में आयोजित कराने की इच्छा जताई। शुरुआती योजना के अनुसार, यह रेस वर्ष 2027 में आयोजित की जा सकती है। जानकारी के मुताबिक, जापान सुपर फॉर्मूला रेस ओपन-व्हील रेसिंग सीरीज है, जिसे एशिया की सबसे तेज और दुनिया में फॉर्मूला वन के बाद दूसरी सबसे तेज रेस माना जाता है। इस रेस में कारें लगभग 300 किलोमीटर प्रति घंटे की रफ्तार से दौड़ती हैं। इस सीरीज में सभी कारें एक जैसी डालारा एसएफ23 चेसिस का उपयोग करती हैं, जिनमें होंडा या टोयोटा के इंजन लगे होते हैं और सभी कारों में योकोहामा टायर इस्तेमाल किए जाते हैं।

सुपर फॉर्मूला रेस में कार रेसर का रियल-टाइम डेटा दर्शाया जाता है और इस रेस के 50,000 से अधिक वैश्विक यूजर हैं। जापान सुपर फॉर्मूला रेस के बाद अब फॉर्मूला एफ-1 रेस के लिए भी बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट के प्राधिकरण से संपर्क किया गया है। फॉर्मूला एफ-1 रेस दुनिया की सबसे तेज कार रेसिंग प्रतियोगिता मानी जाती है, जिसमें कारें 370 किलोमीटर प्रति घंटे या उससे अधिक की रफ्तार से दौड़ती हैं। अगर आयोजन की योजना सफल होती है, तो यह भारत में अंतरराष्ट्रीय मोटरस्पोर्ट्स को नया आयाम देगा और स्थानीय आर्थिक गतिविधियों और पर्यटन को बढ़ावा देगा।

यमुना सिटी के बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) ने पहले ही दो फॉर्मूला वन रेस की मेजबानी की है। इसके अलावा, वर्ष 2023 में यहां मोटो जीपी जैसी वैश्विक रेस प्रतियोगिता का आयोजन भी सफलतापूर्वक किया गया। अब यदि जापान सुपर फॉर्मूला रेस और फॉर्मूला एफ-1 रेस के लिए अधिकारियों के बीच सहमति बनती है, तो इससे भारतीय मोटरस्पोर्ट्स के लिए बड़े अवसर खुलेंगे। साथ ही, यमुना सिटी को वैश्विक स्तर पर नई पहचान मिलने की उम्मीद जताई जा रही है।

वर्ष 2011 में हुई पहली रेस

बुद्ध इंटरनेशनल सर्किट (BIC) में वर्ष 2011 में भारत की पहली फॉर्मूला-1 रेस आयोजित हुई थी, जिसे इंडियन ग्रां प्री के नाम से जाना जाता है। यह रेस 30 अक्टूबर 2011 को हुई थी और इसे सेबेस्टियन वेट्टल ने जीता था। यह दक्षिण एशिया में होने वाली पहली फॉर्मूला-1 रेस थी। आरके सिंह, सीईओ, यमुना विकास प्राधिकरण, ने बताया कि फॉर्मूला एफ-1 की ओर से बीआईसी में रेस आयोजित कराने के लिए संपर्क किया गया है। उन्होंने कहा कि प्रतिनिधिमंडल की सहमति बनने पर आयोजन संभव है। इससे पहले जापान सुपर फॉर्मूला रेस के लिए भी एक प्रतिनिधिमंडल ने बीआईसी का दौरा किया और रेस कराने की इच्छा जताई थी।

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