पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण में 20 जिलों की 122 सीटों पर मंगलवार को वोटिंग जारी है। इस चरण में तीन जिलों की चार सीटों पर बाहुबलियों के परिवारों का सीधा मुकाबला देखने को मिल रहा है। ये सीटें न केवल राजनीतिक रूप से, बल्कि बाहुबली प्रभाव के लिहाज से भी बेहद हॉट बन गई हैं।

नवादा जिले की वारिसलीगंज

सबसे ज्यादा चर्चित सीट नवादा जिले की वारिसलीगंज है जहां दो बाहुबलियों की पत्नियां आमने-सामने हैं। यहां से बाहुबली अशोक महतो की पत्नी अनीता देवी मैदान में हैं। वे सुबह अपने पति के साथ वोट डालने पहुंचीं। उनका मुकाबला बाहुबली अखिलेश सिंह की पत्नी और बीजेपी उम्मीदवार अरुणा देवी से है। दोनों के बीच कांटे की टक्कर मानी जा रही है। वहीं कांग्रेस ने यहां से मंटन सिंह को उम्मीदवार बनाया है, जिससे मुकाबला त्रिकोणीय हो गया है। दोपहर 1 बजे तक वारिसलीगंज में 42.78% मतदान दर्ज किया गया है।

विभा देवी को टिकट दिया

वहीं नवादा विधानसभा सीट पर भी बाहुबली प्रभाव साफ झलक रहा है। जदयू ने यहां से बाहुबली नेता राजबल्लभ यादव की पत्नी विभा देवी को टिकट दिया है। दिलचस्प बात यह है कि 2020 के चुनाव में विभा देवी राजद के टिकट पर विधायक बनी थीं, लेकिन इस बार उन्होंने जदयू का दामन थाम लिया। उनका सीधा मुकाबला राजद उम्मीदवार कौशल यादव से है।

नीतीश कुमार के साथ खड़े

इधर औरंगाबाद जिले की नवीनगर सीट पर मुकाबला अगली पीढ़ी तक पहुंच गया है। यहां से जदयू उम्मीदवार चेतन आनंद, जो बाहुबली नेता और पूर्व सांसद आनंद मोहन के बेटे हैं, मैदान में हैं। चेतन आनंद पहले राजद में थे, लेकिन अब नीतीश कुमार के साथ खड़े हैं। उन्होंने मतदान के बाद कहा इस चुनाव के बाद विपक्ष का सफाया तय है। जनता सुशासन के साथ है। नवीनगर में 1 बजे तक 51% वोटिंग हुई है।
दूसरे चरण के मतदान में इन सीटों पर सबकी निगाहें टिकी हैं, जहां बाहुबल, राजनीति और परिवारिक विरासत एक साथ चुनावी अखाड़े में उतर आए हैं।