फिरोज अहमद/दरभंगा। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दूसरे चरण की वोटिंग के बीच दरभंगा में राजनीतिक बयानबाजी तेज हो गई है। दरभंगा विधानसभा क्षेत्र से एनडीए प्रत्याशी एवं बिहार सरकार के राजस्व एवं भूमि सुधार मंत्री संजय सरावगी ने मंगलवार को जन सुराज उम्मीदवार आरके मिश्रा पर तीखा हमला बोला।

भय से घबराए हुए

संजय सरावगी ने मिश्रा के धरने पर प्रतिक्रिया देते हुए कहा कि, चुनाव परिणाम आने से पहले ही आरके मिश्रा अपनी जमानत जब्त होने के भय से घबराए हुए हैं। यही कारण है कि वे अनर्गल बयानबाजी और अनुचित प्रलाप कर रहे हैं।

प्रभाव दिखाने की कोशिश कर रहे

उन्होंने कहा कि दरभंगा की धरती सदैव शांति, सौहार्द और सद्भाव की प्रतीक रही है, लेकिन मिश्रा अपने बयानों से यहां का माहौल बिगाड़ने का प्रयास कर रहे हैं। सरावगी ने मिश्रा पर निशाना साधते हुए कहा कि वे पूर्व आईपीएस अधिकारी होने के कारण अब भी अपनी वर्दी के पुराने रौब का प्रभाव दिखाने की कोशिश कर रहे हैं।

दबाव की राजनीति चलने वाली नहीं

सरावगी ने कहा वे जिला प्रशासन के अधिकारियों के सम्मान के साथ खिलवाड़ कर रहे हैं, जो अत्यंत निंदनीय है। दरभंगा की जनता उन्हें पहले ही खारिज कर चुकी है। अब कानून का राज है, इसलिए भय और दबाव की राजनीति चलने वाली नहीं।

लोकतंत्र को मजबूत किया

मंत्री सरावगी ने कहा कि आरके मिश्रा को यह समझना चाहिए कि अब वे पुलिस अधिकारी नहीं, बल्कि एक राजनीतिक दल के प्रतिनिधि हैं। उन्होंने कहा कि एनडीए कार्यकर्ताओं ने पूरे अनुशासन के साथ चुनावी प्रक्रिया में अपनी भूमिका निभाई है और दरभंगा की जनता ने भी शांतिपूर्ण एवं निष्पक्ष मतदान कर लोकतंत्र को मजबूत किया है।

चुनावी मौसम के नेता

जन सुराज प्रत्याशी पर हमला तेज करते हुए सरावगी बोले ये लोग चुनावी मौसम के नेता हैं। इन्हें जनता की समस्याओं या दरभंगा के विकास से कोई सरोकार नहीं है। 14 नवंबर को परिणाम आने के बाद मिश्रा फिर से अपने पुराने ठिकाने पर लौट जाएंगे। उन्होंने आरोप लगाया कि आरके मिश्रा ने चुनाव के दौरान समाज को जातिगत आधार पर बांटने की कोशिश की, लेकिन दरभंगा की प्रबुद्ध जनता ने उनके इस प्रयास को पूरी तरह नकार दिया।