शशिकांत डिक्सेना, कटघोरा । कोरबा जिले को कटघोरा में सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में डॉक्टरों का लापरवाही के चलते एक युवक की मौत का मामला सामने आया है. मृतक युवक का नाम बजरंग कॉल है जो धवईपुर गांव का रहने वाला था. जिसे तबीयत खराब होने पर अस्पताल में इलाज कराने भर्ती कराया गया था. मृतक के परिजनों ने अस्पताल में डॉक्टर की लापरवाही को लेकर जमकर हंगामा किया है.
धरती का भगवान डॉक्टर को कहा जाता है. लेकिन कई बार डॉक्टर की लापरवाही से लोगों की मौत तक हो जाती है. ऐसा ही कुछ मामला कटघोरा सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में देखने मिला है. जहां चिकित्सक की लापरवाही से बजरंग कॉल निवासी की तबीयत खराब होने से अस्पताल में इलाज कराने दाखिल कराया गया.
बता दें कि बजरंग कॉल का दो महीने पहले ही नसबंदी का ऑपरेशन हुआ था. जिसके बाद उसकी शारीरिक स्थिति खराब होने लगी थी. कल गुरूवार की शाम अचानक तबीयत ज्यादा खराब होने से उसे कटघोरा अस्पताल ले जाया गया. जहां उसकी स्थिति नाजुक बनी हुई थी.
परजिनों का आरोप है कि नाजुक हालत में ही डॉक्टरों ने ऑक्सीजन मास्क निकाल दिया. जिसके बाद डॉक्टरों ने दो हजार रुपए पहले जमा कराने के लिए कहा.और उसके बाद डॉक्टर किसी दूसरे अस्पताल ले जाने की बात कहने लगे. ऑक्सीजन निकालने के बाद तुरंत ही बजरंग की मौत हो गई. नाराज मृतक के परिजनों ने अस्पताल में ही डॉक्टर की इस लापरवाही को लेकर जमकर हंगामा किया. इसकी सूचना कटघोरा पुलिस को दी गई. मौके पर पहुंची पुलिस ने स्थिति को संभाल कर हंगामा शांत कराया है. जिसके बाद शव लेकर परिजन अपने घर रवाना हुए. मृतक के पिता दुगन कोलबताया कि ऑक्सीजन मास्क निकालने से मृत्यु हुई है. डॉक्टर के द्वारा 2000 मांगा जा रहा था, डॉक्टर की लापरवाही की वजह से मेरे बेटे की मौत हुई है.
वहीं सामुदायिक स्वास्थ्य केंद्र में पदस्थ डॉक्टर चूड़ामणि पंथ का कहना है कि मरीज को क्रिटिकल कंडीशन में लाया गया था ऑक्सीजन के लिए रसीद कटवाने की बात कही थी.