रोहित कश्यप, मुंगेली। जिले के ग्राम सिपाही-सेतगंगा मार्ग में प्रस्तावित सरकारी शराब दुकान का ग्रामीणों ने विरोध किया है। गांव के पुरुषों और महिलाओं के साथ स्कूल के छोटे-छोटे बच्चे भी हाथों में तख्तियां लेकर विरोध प्रदर्शन में शामिल हुए। यह वही बच्चे हैं, जिनके हाथों में कलम और किताबें होनी चाहिए थीं, मगर वे अब इस रूप में नजर आ रहे हैं।

ग्रामीणों ने शिकायत में कहा है कि ग्राम सिपाही से सेतगंगा को जोड़ने वाला यह मुख्य मार्ग रोज 200 से अधिक बच्चों, महिलाओं और ग्रामीणों के आवागमन का जरिया है। ऐसे में इसी मार्ग पर शराब दुकान खोले जाने के प्रस्ताव ने ग्रामीणों में नाराजगी बढ़ा दी है। ग्रामीणों का कहना है कि दुकान खुलने से महिलाओं की सुरक्षा, बच्चों की मानसिक स्थिति और गांव की शांति व्यवस्था पर प्रतिकूल प्रभाव पड़ेगा।

स्कूली बच्चों का शांतिपूर्ण विरोध

स्कूली बच्चों ने हाथों में “हमें शराब नहीं, शिक्षा दो, हमारे भविष्य को सुरक्षित करने का भिक्षा दो” जैसी तख्तियां लेकर विरोध जताया। बच्चों ने कहा कि शराब दुकान खुलने पर उन्हें रोज स्कूल आते-जाते वक्त असुरक्षा महसूस होगी। छात्राओं का यह भी कहना है कि हम रोज इसी रास्ते से स्कूल जाते हैं, अगर यहां शराब दुकान खुलेगी तो हमें डर लगेगा।

ग्रामीणों ने प्रशासन को सौंपा ज्ञापन

ग्रामीणों ने सामूहिक रूप से जिला प्रशासन को ज्ञापन सौंपा। ज्ञापन में मांग की गई है कि शराब दुकान को इस क्षेत्र से दूर किसी दूसरे स्थान पर शिफ्ट किया जाए। ग्रामीणों ने चेतावनी दी कि यदि प्रशासन ने उचित निर्णय नहीं लिया तो वे शांतिपूर्ण आंदोलन करने बाध्य होंगे।

उचित कार्रवाई की जाएगी : डिप्टी कलेक्टर मायानंद चंद्रा

इस मामले में डिप्टी कलेक्टर मायानंद चंद्रा ने कहा कि ग्राम सिपाही के ग्रामीणों और विद्यार्थियों ने शराब दुकान के विरोध में ज्ञापन दिया है। ज्ञापन प्राप्त कर मामले को उच्च अधिकारियों को प्रेषित किया गया है। जो भी उचित होगा, उसी अनुसार कार्रवाई की जाएगी।

बच्चों के प्रदर्शन में शामिल होने पर शिक्षा विभाग ने लिया संज्ञान

मामले में बच्चों के विरोध प्रदर्शन में शामिल होने को लेकर शिक्षा विभाग ने भी संज्ञान लिया है। जिला शिक्षा अधिकारी ने कहा कि यह गंभीर विषय है। जिन हाथों में कलम और किताब होनी चाहिए, उन हाथों में तख्तियां उठी है। यह समाज के लिए चिंता की बात है। हम जांच कराकर संबंधित स्कूल प्रमुख से रिपोर्ट लेकर नियमानुसार कार्रवाई करेंगे। स्कूली बच्चों को राजनीति के लिए या फिर इस तरह के कार्यों के लिए उपयोग करना अनुचित है।

एक अंदेशा यह भी

यह बात भले ही प्रशासनिक अधिकारियों द्वारा दबें जुबान कही जा रही है कि स्कूली बच्चों को ऐसे मामले में इन्वॉल्व करना उचित नहीं है, यही वजह है कि प्रशासनिक अधिकारी इस दिशा में भी जांच कराएंगे कि कहीं स्कूली बच्चों को सामने लाकर पीछे कोई बड़ी राजनीति तो नहीं हो रही है। वहीं चर्चा इस बात की भी है कि इस क्षेत्र में अवैध शराब का कारोबार भी फलने फूलने की शिकायत है। कहीं यह मामला प्रायोजित तो नहीं, इस पर भी जांच कर कार्रवाई की चर्चा है। इसके अलावा स्कूली बच्चे हाथों में तख्तियां लेकर कलेक्ट्रेट पहुंचे, जिससे हड़कंप मच गया। यही वजह है कि स्कूल प्रमुख को नोटिस जारी कर जवाब मांगा जाएगा। उचित जवाब नहीं मिलने पर नियमानुसार कार्रवाई की बात कही जा रही है।

गांव में बढ़ी चर्चा, प्रशासन पर निगाहें

ग्राम सिपाही में इस विरोध के बाद से पूरे क्षेत्र में चर्चा गर्म है। ग्रामीणों को उम्मीद है कि प्रशासन उनकी भावनाओं का सम्मान करेगा और शराब दुकान के स्थान को बदलने की दिशा में कदम उठाएगा। फिलहाल मामला जांच और उच्चाधिकारियों के विचाराधीन है।