पटना। बिहार विधानसभा चुनाव 2025 के दोनों चरणों की वोटिंग संपन्न होने के बाद अब सभी की निगाहें एग्जिट पोल के नतीजों पर टिक गई हैं। पहले चरण का मतदान 6 नवंबर और दूसरे चरण का 11 नवंबर को संपन्न हुआ। अब 14 नवंबर को मतगणना होगी। इससे पहले कई एजेंसियों के एग्जिट पोल के अनुमान सामने आ चुके हैं जिनमें एक बार फिर एनडीए की सरकार बनने के संकेत मिल रहे हैं।

MATRIZE-आईएएनएस पोल में एनडीए को बड़ी बढ़त

सबसे पहले MATRIZE-आईएएनएस का एग्जिट पोल सामने आया जिसमें एनडीए को जबरदस्त फायदा मिलता दिख रहा है। सर्वे के मुताबिक एनडीए को 147 से 167 सीटें मिल सकती हैं जबकि महागठबंधन को 70 से 90 सीटें मिलने का अनुमान है। वहीं अन्य दलों के खाते में लगभग 15 फीसदी वोट शेयर जाने का अनुमान है।

जेवीसी और पीपल्स इंसाइट पोल में भी एनडीए आगे

जेवीसी एग्जिट पोल के अनुसार भी एनडीए को 135 से 150 सीटों के बीच बढ़त मिलती दिख रही है जबकि महागठबंधन को 88 से 103 सीटें मिल सकती हैं। इसी तरह पीपल्स इंसाइट के एग्जिट पोल में एनडीए को 133-148 सीटें महागठबंधन को 87-102 सीटें जन सुराज को 0-2 सीटें और अन्य को 3-6 सीटें मिलने की संभावना जताई गई है। इन अनुमानों से साफ है कि नीतीश कुमार के नेतृत्व में एनडीए एक बार फिर सत्ता में लौट सकता है।

कल आएंगे एक्सिस माय इंडिया और टुडे चाणक्य के नतीजे

देश के दो सबसे भरोसेमंद सर्वे एक्सिस माय इंडिया और टुडे चाणक्य अपने एग्जिट पोल के नतीजे कल यानी 12 नवंबर को जारी करेंगे। इन दोनों सर्वे के आंकड़ों का चुनावी रुझान पर बड़ा असर पड़ता है।

2020 में एनडीए ने बनाई थी सरकार

बिहार में 2020 के चुनाव में एनडीए ने 125 सीटों के साथ सरकार बनाई थी। तब भाजपा को 74 जेडीयू को 43, वीआईपी और हम को 4-4 सीटें मिली थीं। जबकि महागठबंधन को 110 सीटें मिली थीं जिसमें राजद 75 सीटों के साथ सबसे बड़ी पार्टी रही थी।

भारी मतदान ने बढ़ाई उत्सुकता

इस बार बिहार में रिकॉर्ड 67.14% मतदान हुआ है। किशनगंज, कटिहार और पूर्णिया जैसे जिलों में 70% से अधिक वोटिंग दर्ज की गई। बंपर वोटिंग से यह संकेत मिल रहा है कि जनता ने बदलाव या स्थिरता में से किसी एक को लेकर निर्णायक मतदान किया है।

नतीजों से पहले दोनों पक्षों में आत्मविश्वास

भाजपा नेता अश्विनी कुमार चौबे ने दावा किया कि एनडीए 180 से अधिक सीटें जीतेगा जबकि तेजस्वी यादव ने कहा कि बिहार ने कमाल कर दिया है और जनता ने परिवर्तन के लिए मतदान किया है। अब सबकी निगाहें 14 नवंबर को आने वाले वास्तविक नतीजों पर टिकी हैं जो तय करेंगे कि बिहार की सत्ता पर कौन काबिज होगा।