अजमेर। राजस्थान के अजमेर जिले से साइबर ठगी का एक चौंकाने वाला मामला सामने आया है. किशनगढ़ क्षेत्र में रहने वाले एक रिटायर्ड बैंककर्मी दंपति से शातिर ठगों ने खुद को सीबीआई और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताकर 86 लाख 70 हजार रुपये की ठगी कर ली. ठगों ने दंपति को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर कैमरे के सामने बंदी बनाकर पूरी जीवनभर की जमा पूंजी ऐंठ ली.

सीबीआई और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बन ठगों ने रची साजिश

जानकारी के अनुसार, किशनगढ़ निवासी बुजुर्ग दंपति को अज्ञात नंबर से फोन कॉल आया. कॉल करने वाले ने खुद को सीबीआई और दिल्ली पुलिस का अधिकारी बताया और कहा कि उनके नाम पर मनी लॉन्ड्रिंग का केस दर्ज है. यह सुनकर दंपति घबरा गए.

ठगों ने वीडियो कॉल के जरिए दंपति को ‘डिजिटल अरेस्ट’ कर लिया और उन्हें कहा कि वे कैमरा चालू रखें, घर से बाहर न जाएं और किसी से संपर्क न करें. वीडियो कॉल पर ठगों ने पुलिस की वर्दी और थाने जैसा बैकग्राउंड दिखाकर उन्हें भरोसे में लिया कि वे असली अधिकारी हैं.

डर के साए में ट्रांसफर कर दिए लाखों रुपये

गिरफ्तारी के डर से दंपति ठगों के दबाव में आ गए. आरोपियों ने उन्हें अपनी बैंक एफडी तोड़कर सभी रकम बताए गए खातों में ट्रांसफर करने को कहा. भयभीत दंपति ने अपनी मेहनत की कमाई — कुल 86 लाख 70 हजार रुपये — ठगों के बताए खातों में भेज दी.

ठगों से संपर्क टूटा तो खुली पोल

पैसे ट्रांसफर होने के बाद जब ठगों ने संपर्क बंद कर दिया और कॉल उठाना बंद कर दिया, तब दंपति को शक हुआ. उन्होंने परिजनों को पूरी बात बताई, जिसके बाद खुलासा हुआ कि वे एक बड़े साइबर फ्रॉड के शिकार हो गए हैं.

पुलिस ने दर्ज किया मामला

पीड़ित दंपति की शिकायत पर अजमेर साइबर पुलिस ने मामला दर्ज कर लिया है. फिलहाल पुलिस उन बैंक खातों और मोबाइल नंबरों की जांच कर रही है जिनके जरिए यह ठगी की गई.