वीरेंद्र कुमार/नालन्दा। जिले के गिरियक प्रखंड के इशापुर प्राथमिक विद्यालय में बुधवार को उस समय हड़कंप मच गया जब जर्जर विद्यालय भवन की छत अचानक भरभरा कर गिर पड़ी। इस दर्दनाक हादसे में पांचवीं कक्षा के छह बच्चे गंभीर रूप से घायल हो गए, जिनमें एक की हालत नाजुक बताई जा रही है। हादसे के बाद विद्यालय परिसर में अफरा-तफरी का माहौल बन गया। प्रत्यक्षदर्शियों के मुताबिक, हादसे के वक्त बच्चे कक्षा में पढ़ाई कर रहे थे। अचानक छत का एक हिस्सा गिरने लगा तो शिक्षक और कुछ बच्चों की चीख-पुकार से बाकी छात्र बाहर भागे। शिक्षकों की सूझबूझ से कई बच्चों की जान बच गई, वरना स्थिति और भयावह हो सकती थी।

अस्पताल में चल रहा इलाज

घायल छात्रों को तत्काल भगवान महावीर आयुर्विज्ञान संस्थान (बिम्स) पावापुरी ले जाया गया। वहां से गंभीर रूप से घायल छात्र सत्या कुमार को बेहतर इलाज के लिए पटना रेफर कर दिया गया। अन्य घायलों में विकी कुमार, शक्ति कुमार, आयुषी कुमारी और रानी कुमारी शामिल हैं।

लापरवाही का आरोप लगाया

गांव में इस हादसे के बाद आक्रोश का माहौल है। ग्रामीणों और अभिभावकों ने शिक्षा विभाग पर गंभीर लापरवाही का आरोप लगाया है। उनका कहना है कि विद्यालय भवन की दीवारों और छत में लंबे समय से दरारें थीं। कई बार शिकायत करने के बावजूद विभाग की ओर से न तो मरम्मत कराई गई और न ही किसी ने हालात की सुध ली। एक अभिभावक ने गुस्से में कहा बच्चों की जान खतरे में डालकर पढ़ाई कराई जा रही थी। अगर शिक्षक वक्त पर बाहर नहीं निकालते तो कई बच्चों की जान चली जाती।

सभी बच्चों का इलाज जारी

गिरियक अंचल अधिकारी ने बताया कि सभी बच्चों का इलाज जारी है। भवन की स्थिति की जांच के आदेश दे दिए गए हैं और रिपोर्ट जिला मुख्यालय को भेजी जाएगी।

सवाल खड़े कर दिए

इस हादसे ने शिक्षा विभाग की कार्यप्रणाली पर गंभीर सवाल खड़े कर दिए हैं। ग्रामीणों ने मांग की है कि जर्जर भवन में पढ़ाई तुरंत बंद की जाए और जल्द से जल्द नए विद्यालय भवन का निर्माण कराया जाए, ताकि भविष्य में ऐसी कोई त्रासदी दोबारा न हो।