Khawaja Asif threatens India-Afghanistan: पाकिस्तान (Pakistan) के बड़बोले और मुंहफट रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ ने एक बार फिर भारत के खिलाफ जहर उगला है। ख्वाजा आसिफ ने भड़काऊ बयान देते हुए कहा कि पाकिस्तान भारत और अफगानिस्तान से दोनों मोर्चों पर जंग के लिए तैयार है। अल्लाह हमारा साथ देगा। पाक रक्षा मंत्री ने कहा कि अगर अफगानिस्तान के साथ शांति वार्ता विफल हो गई, तो पाकिस्तान ‘खुला युद्ध’ लड़ने को तैयार है। आसिफ ने तालिबान (Taliban) पर भारत का एजेंट होने का आरोप लगाया। दावा किया कि भारत पाकिस्तान को पूर्वी मोर्चे (भारत के साथ) और पश्चिमी मोर्चे (अफगानिस्तान के साथ) पर व्यस्त रखना चाहता है।

पाकिस्तान के रक्षा मंत्री ख्वाजा आसिफ का यह बयान ऐसे समय में आया है जब पाकिस्तान खुद गंभीर राजनीतिक और आर्थिक संकट में घिरा हुआ है।अफगानिस्तान के साथ शांति वार्ता विफल हो गई है और दोनों देश युद्ध के मुहाने पर खड़े हैं।

ख्वाजा आसिफ ने कहा कि पाकिस्तान पूर्वी यानी भारत और पश्चिमी यानी अफगानिस्तान दोनों सीमाओं पर लड़ने के लिए पूरी तरह तैयार है। उन्होंने कहा, ‘हम दोनों मोर्चों पर युद्ध के लिए तैयार हैं। अल्लाह ने पहले राउंड में हमारी मदद की थी और वह दूसरे राउंड में भी करेगा।

दिल्ली ब्लास्ट को लेकर शर्मनाक बयान

इससे पहले ख्वाजा आसिफ ने दिल्ली ब्लास्ट की घटना को लेकर कहा था कि यह तो बस ‘गैस सिलेंडर विस्फोट’ था। उन्होंने भारत पर आरोप लगाया कि वह इस घटना का ‘राजनीतिक फायदा उठाने’ की कोशिश कर रहा है। आसिफ ने कहा कि कल तक यह गैस सिलेंडर फटने की घटना थी, लेकिन अब वे इसे विदेशी साजिश बताने की कोशिश कर रहे हैं। उन्होंने आगे कहा कि मुझे हैरानी नहीं होगी अगर अगले कुछ घंटों या कल तक भारत इस हमले का आरोप हम पर लगा दे। अगर हम पर कोई आक्रामकता की गई तो हम खामोश नहीं बैठेंगे।

‘ख्वाजा आसिफ का बयान पाकिस्तान की घबराहट’

भारतीय अधिकारियों ने ख्वाजा आसिफ के बयान को ‘तथ्यों को तोड़-मरोड़ कर पेश करने और जिम्मेदारी से बचने की शर्मनाक कोशिश’ बताया। वरिष्ठ भारतीय सूत्रों ने कहा कि पाकिस्तानी मंत्री का लहजा इस्लामाबाद की घबराहट को दिखाता है, खासकर तब जब दिल्ली पुलिस और केंद्रीय एजेंसियों की शुरुआती जांच में यह सामने आया है कि धमाके में इस्तेमाल किया गया विस्फोटक सैन्य स्तर का (मिलिट्री-ग्रेड) था।

आगे क्या? शांति की राह

अभी इस्तांबुल में तीसरी बैठक होनी है. दोनों पक्षों को आतंकवाद रोकने के लिए निगरानी तंत्र बनाना है। लेकिन अगर बातचीत टूटी, तो तनाव और बढ़ सकता है। पाकिस्तान के सूचना मंत्री अताउल्लाह तरार ने कहा कि भारत मछुआरों को पकड़कर जासूसी के लिए इस्तेमाल कर रहा। भारत-पाकिस्तान के बीच अरब सागर में नौसेनाएं तैनात हैं और अभ्यास चल रहे. विशेषज्ञ मानते हैं कि ये धमकियां घरेलू समस्याओं से ध्यान हटाने के लिए हैं. पाकिस्तान की अर्थव्यवस्था, बेरोजगारी, बलूचिस्तान विद्रोह और राजनीतिक अस्थिरता बड़ी चुनौतियां हैं. ढाई मोर्चों का युद्ध किसी के हित में नहीं।

यह भी पढ़ेंः- ‘एक मूर्ख की वजह से देश इतना नुकसान नहीं झेल सकता…,’ किरेन रिजिजू का राहुल गांधी पर करारा वार, बोले- अब हर बिल पास कराएगी सरकार

Follow the LALLURAM.COM MP channel on WhatsApp
https://whatsapp.com/channel/0029Va6fzuULSmbeNxuA9j0m