पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत ने गन्ना किसानों के समर्थन मूल्य को लेकर सरकार पर निशाना साधा है. उन्होंने किसानों के प्रति शासन के रवैये पर प्रश्न चिन्ह खड़े कर दिए हैं. रावत ने जान-बूझकर खरीद में हो रही देरी के खिलाफ वे सरकार के खिलाफ प्रदर्शन करने का ऐलान किया है.

रावत ने एक्स पर लिखा कि ‘किसानों के साथ भाजपा सरकार कैसा बर्ताव कर रही है उसका उदाहरण तो धान की तौल, धान की सरकारी खरीद और गन्ना किसानों को गन्ने का समर्थन मूल्य घोषित किए जाने में हो रहा विलंब सबसे बड़ा प्रमाण है.’

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रावत ने आगे कहा कि ‘मैंने निश्चय किया है कि मैं दिनांक-19 नवंबर को वीआईपी घाट हरिद्वार में गन्ने का मूल्य 450 रुपये, इकबालपुर चीनी मिल के बकाये का भुगतान और उधमसिंहनगर सहित कई स्थानों पर धान की सरकारी खरीद में जान-बूझकर किये जा रहे विलंब के खिलाफ दोपहर 12 बजे से 1 बजे तक, 1 घंटे का “मौन व्रत” और उसके बाद सांकेतिक धरना दूंगा.’