लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ की अध्यक्षता में आयोजित मंत्रिपरिषद की बैठक में उच्च शिक्षा से जुड़ा महत्वपूर्ण प्रस्ताव पारित किया गया। प्रस्ताव के अनुसार मुमुक्ष आश्रम ट्रस्ट के अंतर्गत संचालित शैक्षणिक इकाइयों को उच्चीकृत करते हुए स्वामी शुकदेवानन्द विश्वविद्यालय, शाहजहांपुर के रूप में एक नए राज्य विश्वविद्यालय की स्थापना की जाएगी।

नए विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त

उच्च शिक्षा मंत्री योगेंद्र उपाध्याय ने बताया कि योगी सरकार प्रदेश में उच्च शिक्षा को गुणवत्तापूर्ण, सुलभ और सशक्त बनाने के उद्देश्य से लगातार महत्वपूर्ण कदम उठा रही है, जिनमें यह निर्णय एक ऐतिहासिक कदम है। उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1973, जो कि उत्तर प्रदेश अधिनियम संख्या-29 सन् 1974 द्वारा पुनः अधिनियमित तथा संशोधित है, उसी के अंतर्गत संशोधन करते हुए नए विश्वविद्यालय की स्थापना का मार्ग प्रशस्त किया गया है।

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उन्होंने बताया कि मुमुक्ष आश्रम ट्रस्ट के मुख्य अधिष्ठाता स्वामी चिन्मयानन्द सरस्वती द्वारा ट्रस्ट की समस्त चल-अचल परिसम्पत्तियों को निःशुल्क राज्य सरकार को हस्तांतरित किया गया है, जिससे विश्वविद्यालय की स्थापना का आधार मजबूत हुआ है।

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शिक्षा और नवाचार का अग्रणी केंद्र बनाना है

उच्च शिक्षा मंत्री ने कहा कि योगी सरकार का लक्ष्य प्रदेश को शिक्षा, अनुसंधान और नवाचार का अग्रणी केंद्र बनाना है, और यह विश्वविद्यालय उसी दिशा में एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है। स्वामी शुकदेवानन्द विश्वविद्यालय की स्थापना से शाहजहांपुर एवं आसपास के क्षेत्रों में उच्च शिक्षा के नए अवसर खुलेंगे तथा शिक्षा की गुणवत्ता में व्यापक सुधार होगा। प्रदेश के युवाओं को अत्याधुनिक शैक्षिक सुविधाओं, अनुसंधान संसाधनों एवं नवाचार आधारित शिक्षण वातावरण का लाभ मिलेगा।

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इस कार्य हेतु उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय अधिनियम, 1973 की धारा-4, धारा-50 एवं धारा-52 तथा संबंधित अनुसूची में संशोधन प्रस्तावित है, जिसके लिए उत्तर प्रदेश राज्य विश्वविद्यालय (द्वितीय संशोधन) अध्यादेश, 2025 के प्रख्यापन का निर्णय लिया गया है।