“जो लोग कहते हैं कि हरीश रावत के पास मौका था, गैरसैंण को राजधानी बना देते. मैं उन सब से बस इतना कहना चाहता हूं कि 2027 में कांग्रेस को पूर्ण अवसर दीजिए. मैं वादा करता हूं, ‘गैरसैंण’ को उत्तराखंड की ‘स्थायी राजधानी बनवाना मेरी प्राथमिकता रहेगी.” ये कहना है कि पूर्व मुख्यमंत्री हरीश रावत का. गैरसैंण को राजधानी बनाने का मुद्दा इन दिनों प्रदेश में उभर रहा है. आए दिन इस मुद्दे की चर्चा हो रही है. अब इसे लेकर हरीश रावत ने बयान दिया है.
रावत ने कहा कि ‘उत्तराखंड ने मुझे गैरसैंण को राजधानी बनाने के लिए या छोटे जिलों को बनाने के लिए वोट ही कब दिया? वो तीन साल भी मैं इत्फाकन चीफ मिनिस्टर बनके आया. यदि केदारनाथ की त्रासदी नहीं आती तो शायद मैं मुख्यमंत्री बनकर नहीं आ पाता. मैनें दो मेजर काम किए, एक तो राज्य को आपदा से उबारा और दूसरा मैनें जो उत्तर प्रदेश का मॉडल राज्य बना रहे थे, उत्तराखंड की बुनियादी सोच थी इस राज्य आंदोलन की, उस सोच के आधार पे लाया.’
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रावत ने आगे कहा कि मैं गैरसैंण को भी नहीं भूला, इतना भव्य भवन बना दिया. 57 करोड़ रुपया और एजेंसी निर्धारित करके, पूरी तैयारी करके 5000 लोगों को लिए आवासी भवन बनाने के लिए, भराड़ीसैंण को टाउनशिप बनाने के लिए सारी योजनाएं बनाकर गया. जिस गैरसैंण के अंदर 20 लोगों के रूकने के लिए जगह नहीं होती थी रात को, उस गैरसैंण को 2000-2500 लोगों के रुकने की क्षमता विकसित करके गया. वो इन्फ्रास्ट्रकचर बनाने के लिए लोगों ने मुझे समय नहीं दिया.’
रावत ने कहा कि ‘जितने भी लोग कह रहे हैं कि हरीश रावत के पास मौका था बना देता, मैं इन सब लोगों से कह रहा हूं 2027 में आप कांग्रेस को मौका दीजिए मैं बनवाऊंगा’.
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