Dev Deepawali Celebration Puri: पुरी. आगामी देव दीपावली उत्सव के दौरान पुरी का पवित्र नगर श्रीक्षेत्र एक भव्य प्रकाश से जगमगाएगा. श्रीमंदिर के सिंहद्वार से गुंडिचा मंदिर तक फैले प्रतिष्ठित बड़दंड (भव्य सड़क) को एक लाख दीपों से सजाया जाएगा, जिससे प्रकाश और भक्ति का एक मनमोहक वातावरण निर्मित होगा.
पुरी के गंगामाता मठ में आयोजित एक प्रेस कॉन्फ्रेंस में, श्री जगन्नाथ सेवा संस्थान के प्रतिनिधियों ने श्रद्धालुओं और निवासियों से विभिन्न जगन्नाथ मंदिरों और अपने घरों में दीप जलाकर उत्सव में शामिल होने का आग्रह किया. इस सामूहिक प्रयास का उद्देश्य इस दिव्य अवसर का सम्मान करना और सामुदायिक भागीदारी की भावना को बढ़ावा देना है.
Also Read This: भक्त दास के बयान पर पृथ्वीराज हरिचंदन का पलटवार, कहा- “पीसीसी अध्यक्ष दास अपनी हार हार छुपाने की करे रहे है कोशिश”

देव दीपावली अनुष्ठान श्रीमंदिर में 19 से 21 नवंबर तक तीन दिनों तक मनाया जाएगा. इस दौरान, महाप्रभु (भगवान जगन्नाथ) अपने पूर्वजों की स्मृति में दीपदान और श्राद्ध कर्म का पवित्र अनुष्ठान करेंगे, जो दिवंगत आत्माओं के प्रति श्रद्धा का प्रतीक है.
Also Read This: AMA सुवाहक योजना लॉन्च: ओडिशा सरकार बनाएगी 1,100 महिलाओं को आत्मनिर्भर टैक्सी चालक
इस कार्यक्रम में श्री जगन्नाथ सेवा संस्थान द्वारा आयोजित भजन कार्यक्रम भी होंगे, जो आध्यात्मिक उत्साह को बढ़ाएंगे. सम्मेलन में बोलते हुए, श्रीमंदिर छतीस नियोग के नायक जनार्दन पट्टाजोशी महापात्र और महिप्रकाश मठ के महंत शुभानंद पुरी ने तैयारियों का विवरण साझा किया और ओडिया संस्कृति में इस त्योहार के महत्व और भक्ति को बढ़ावा देने में इसकी भूमिका पर प्रकाश डाला.
देव दीपावली, जिसे अक्सर “देवताओं की दिवाली” के रूप में मनाया जाता है, पुरी में विशेष महत्व रखती है, तीर्थयात्रियों और स्थानीय लोगों को समान रूप से उस दिव्य प्रकाश को देखने के लिए आकर्षित करती है जो पवित्र परिसर को आस्था के प्रकाश स्तंभ में बदल देता है.
Also Read This: 151वीं बिरसा मुंडा जयंती: CM माझी ने दी भावपूर्ण श्रद्धांजलि, सुंदरगढ़ को दिया 1345 करोड़ रुपये की परियोजनाओं की सौगात
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

