अयोध्या. 25 नवंबर को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी राम मंदिर के शिखर पर ध्वजारोहण करेंगे. इससे पहले 18 नवंबर को सीएम योगी आदित्यनाथ सोमवार को अयोध्या का दौरा करेंगे. यहां वे पीएम के दौरे और ध्वजारोहण को लेकर निरीक्षण करेंगे. सभी तैयारियों की समीक्षा बैठक भी करेंगे. ये बैठक राम जन्मभूमि में करेंगे. जिसमें मंदिर के ट्रस्टी और तमाम अधिकारी मौजूद रहेंगे. बैठक में पीएम के आगमन को लेकर सीएम निर्देश दे सकते हैं. इसके अलावा आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत भी दो दिन पहले ही अयोध्या आ जाएंगे.

संघ प्रमुख भागवत अयोध्या में तीन दिन रहेंगे. 23 नवंबर की शाम को वे अयोध्या पहुंचेंगे. 23 नवंबर को संघ कार्यालय में प्रवास करेंगे. 24 नवंबर को भागवत गुरुद्वारा ब्रह्मकुंड जाएंगे. RSS प्रमुख बलिदान दिवस कार्यक्रम में शामिल होंगे. 25 नवंबर को ध्वजारोहण कार्यक्रम में शामिल होंगे.

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बता दें कि यह क्षण न केवल मंदिर की पूर्णता का संदेश पूरे विश्व तक पहुंचाएगा, बल्कि सदियों से रामभक्तों की आस्था और संघर्ष का प्रतीक बनकर उभरेगा. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महासचिव चंपत राय ने कहा कि ध्वजारोहण के साथ मंदिर निर्माण यात्रा अपने सबसे महत्वपूर्ण पड़ाव पर पहुंचेगी. यह आयोजन हर रामभक्त के लिए अविस्मरणीय और आध्यात्मिक रूप से अत्यंत ऊर्जावान होगा.

ध्वजारोहण कार्यक्रम दोपहर लगभग दो बजे तक चलेगा. जिसमें शामिल होने वाले लोगों को सुरक्षा कारणों से आधार कार्ड साथ लाना अनिवार्य किया गया है. इसके अलावा कोई भी व्यक्ति लाइसेंसी रिवॉल्वर या किसी प्रकार का हथियार लेकर मंदिर परिसर में प्रवेश नहीं कर सकेगा. महासचिव चंपत राय ने स्पष्ट अपील की है कि मेहमान समारोह में बिना किसी हथियार के ही आएं.