दिल्ली. कचरा और प्रदूषण देश के सामने गंभीर समस्या बन गया है. कानपुर की गिनती वैसे भी देश के गिने चुने प्रदूषित शहरों में होती है लेकिन इस शहर की गंदगी का असर नौजवानों की जिंदगी पर पड़ रहा है.
कानपुर के बाहरी इलाकों पर स्थित गांव पनकी पड़ाव, जमुई, बदुआपुर और सरायमिता गांव में इस कदर गंदगी औऱ कूड़े का अंबार लगा है कि लोगों का जीना मुश्किल हो गया है. इस गंदगी और नारकीय जीवन के चलते लोग अपनी बेटियों की शादी तक इन गांव के लड़कों से नहीं करते. जिसके चलते गांव में कुआंरों की लाइन लगी है.
दरअसल कानपुर नगर निगम ने अपनी गंदगी का डंपिंग जोन इन गावों को बनाया है. जिसके चलते शहर का सारा कूड़ा इन गांवों के बाहर डाला जाता है. जिसकी वजह से गांवों में गंदगी, दुर्गंध और बीमारियां होना आम बात है. इस गंदगी के चलते कोई भी अपनी लड़की की शादी इन गांवों में नहीं करना चाहता, जिसके चलते इन गांवों में कुंआंरों की संख्या तेजी से बढ़ रही है. शादी लायक लड़कों को लड़कियां शादी करने के लिए नहीं मिल रही हैं.