Rajnandgaon-Khairagarh News Update : राजनांदगांव. शहर के बीच जीरोड किनारे स्थित एक घर से महाराष्ट्र की अलग-अलग ब्रांड की करीब 4 लाख रुपए की अवैध शराब बरामद किए जाने के मामले सामने आया है. इस मामले की जानकारी सामने आने के बाद आबकारी विभाग द्वारा छापामार कार्यवाही कर बड़ा जखीरा पकड़ा है. दुकान की तरह घर में सजी शराब के अलग अलग ब्रांड को देख आबकारी विभाग के अधिकारी भी भौचक हो गए थे. बहरहाल पूरे घर को सील कर दिया गया है. आरोपी के खिलाफ आबकारी एक्ट के तहत कार्रवाई की जा रही है.


जहां शराब जप्त किया गया है, वह इलाका रिहायसी है. इसके बाद भी इस तरह अवैध शराब डंप करने का खेल जारी था. सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार नेशनल हाईवे किनारे निलगीरी पार्क के पास स्थित एक घर से आबकारी विभाग की टीम ने बड़ी मात्रा में महाराष्ट्र की अवैध शराब बरामद की है. शराब अलग-अलग ब्रांड की बताई जा रही है. फिलहाल कितनी शराब जब तक की गई और उसका मूल्य क्या है, इसका वास्तविक आंकड़ा फिलहाल नहीं मिल पाया है. सूत्रों के अनुसार आबकारी विभाग की टीम द्वारा जप्त शराब का मूल्य आंका जा रहा है. फिलहाल पूरे घर को सील कर दिया गया है. सूत्रों का कहना है कि जिस घर से अवैध शराब बरामद की गई है, उसका नाम जितेंद्र साहू बताया जा रहा है. आबकारी विभाग की टीम आरोपी से यह भी जानने में जुटी हुई है कि महाराष्ट्र की अवैध शराब इतने बड़े पैमाने पर उसके पास कहां से और कैसे पहुंची. आबकारी विभाग द्वारा शराब तस्करी के बड़े मामले का खुलासा होने की संभावना जताई जा रही है. इस संबंध में जानकारी लेने आबकारी अधिकारी अभिषेक तिवारी से उनके मोबाइल पर संपर्क करने का प्रयास किया गया लेकिन उन्होंने फोन रिसीव नहीं किया.
डायरी खोलेगा राज
जानकारी अनुसार आबकारी विभाग को एक डायरी मिली है, माना जा रहा है कि इस डायरी से तसकरों का पर्दाफाश होगा. प्राथमिक जांच में यह जानकारी सामने आई है कि इस कार्य में कोचिओं का गिरोह काम कर रहा था. बहरहाल रविवार को देर रात कार्यवाही होने के बाद विभाग के अधिकारी कार्यवाही करने का हवाला देते रहे.
कोचियों के अलग-अलग ठिकानों से पकड़ाया अवैध धान
राजनांदगांव. समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी सुनिश्चित कराने के साथ-साथ जिला प्रशासन के निर्देश पर कोचियों के खिलाफ भी लगातार छापामार कार्रवाई की जा रही है. इसी तारतम्य में कृषि उपज मंडी समिति राजनांदगांव द्वारा शहर के तीन अलग-अलग क्षेत्रों में छापामार कार्रवाई करते हुए बड़े पैमाने पर अवैध रूप धान को पकड़ने में सफलता प्राप्त हुई है. ज्ञात हो कि राजनांदगांव जिले में समर्थन मूल्य पर धान की खरीदी शुरू हो जाने के बाद से कोचियों की भी पूरी तरह सक्रियता देखने को मिलने लगी है. ऐसे में जिला प्रशासन के निर्देश पर संबंधित विभाग के अधिकारियों द्वारा जिले भर में सूचना मिलने पर छापामार कारवाइयां की जा रही है. शिकायत मिलने पर कृषि उपज मंडी समिति राजनांदगांव जांच दल टीम द्वारा कोचियों के ठिकानों पर छापा मार कार्रवाई की गई. तीन अलग-अलग स्थान से बड़े पैमाने पर धान जप्त किया गया है. कृषि उपज मंडी सचिव वर्मा ने बताया कि ग्राम सुरगी निवासी लोक दास साहू पिता सोमनाथ साहू के यहां से 60 कट्टा धान जप्त किया गया है. इसी प्रकार से ग्राम सिंघोला निवासी रमेश साहू पिता धर्मदास साहू के यहां से 43 कट्टा धान की जब्ती हुई है. ग्राम सुरगी निवासी अरुण साहू पिता खोर बहरा साहू यहां से 44 कट्टा धान जप्त किया गया है. इस प्रकार से छापा मार कार्रवाई के दौरान कुल 147 कट्टा धान की जब्ती की गई है. जांच दल में प्रमुख रूप से पंचराम वर्मा, सचिव कृषि उपज मंडी राजनांदगांव, संदीप कुमार सोनी मंडी निरीक्षक, दुकालू राम वर्मा उप निरीक्षक एवं रूपाली अलसारे उप निरीक्षक शामिल थे. तीनों के खिलाफ अधिनियम 1972 के प्रावधानों के तहत कार्रवाई सुनिश्चित की गई है.
कृषि, शिक्षा लोन प्रदाय और बीमा क्लेम पर करें फोकस – कलेक्टर
मोहला. कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने आज कलेक्टोरेट सभा कक्ष में जिला स्तरीय परामर्शदात्री समिति (डीएलसीसी) एवं पुनरीक्षण समिति (डीएलआरसी) की बैठक ली. बैठक में कलेक्टर तुलिका प्रजापति ने कहा कि कृषि एवं शिक्षा ऋण प्रकरण पर प्राथमिकता से कार्य किया जाए. जिससे कृषि क्षेत्र से जुड़े किसान आर्थिक रूप से सशक्त हो सके वही उच्च शिक्षा हेतु विद्यार्थियों को परेशानी न हो.
उन्होंने बीमा क्लेम की समीक्षा करते हुए क्लेम संख्या बढ़ाने के निर्देश दिए. इस अवसर पर सीईओ जिला पंचायत भारती चन्द्राकर, अपर कलेक्टर जीआर मरकाम सहित संबंधित विभागीय अधिकारी एवं बैंकों के प्रतिनिधि उपस्थित रहें. कलेक्टर प्रजापति ने सभी बैंकों को निर्देशित किया कि शासकीय योजनाओं से संबंधित बैंकों में लंबित ऋण प्रकरणों का शीघ्र निराकरण करें. उन्होंने कहा कि सभी बैंक प्राथमिकता एवं कमजोर वर्ग से संबंधित ऋण प्रकरणों पर फोकस करते हुए पात्र हितग्राहियों को लाभांवित करना सुनिश्चित करें.
इस दौरान उन्होंने पीएमईजीपी, प्रधानमंत्री मुद्रा योजना, पीएम किसान क्रेडिट कार्ड, शिक्षा ऋण, हाउसिंग ऋण, सुरक्षा बीमा योजना, जीवन ज्योति बीमा, सूर्य घर मुफ्त बिजली योजना सहित अन्य योजनाओं की विस्तृत समीक्षा की.
कलेक्टर प्रजापति ने शिक्षा ऋण पर बैंकवार समीक्षा की. उन्होंने बैंकों को निर्देशित किया कि उच्च एवं तकनीकी शिक्षा हेतु प्राथमिकता के साथ लोन प्रदाय किया जाए. उन्होंने शिक्षा ऋण संबंधी जागरूकता हेतु स्कूल, कॉलेजों में कैंप आयोजित करने के निर्देश दिए, ताकि उच्च शिक्षा में विद्यार्थियों के आर्थिक समस्या को दुर किया जा सके. कृषि क्षेत्र से संबंधित योजनाओं की समीक्षा करते हुए उन्होंने लक्ष्य के विरुद्ध कम लोन वितरण पर प्रगति लाने हेतु कार्य करने के निर्देश दिए.
सहकारी कर्मी सामूहिक इस्तीफा देंगे आज
राजनांदगांव. छत्तीसगढ़ में सहकारी समिति कर्मचारी महासंघ छत्तीसगढ़ समर्थन मूल्य कंप्यूटर ऑपरेटर महासंघ के दोनों संगठन का संयुक्त रूप से बैठक रखा गया बैठक में चर्चा किया गया कि 14 नवंबर को सरकार के कैबिनेट की बैठक थी सहकारी समिति कर्मचारियों को मांगों पर कैबिनेट में निर्णय होने का आशा था’ लेकिन कोई भी निर्णय नहीं लिया गया बल्कि प्रदेश पदाधिकायो जिला पदाधिकायो को बर्खास्त कर दमनकारी कार्यवाही सरकार के द्वारा किया गया है. जिससे प्रदेश के कर्मचारीयो में और रोष व्याप्त हो गया है, प्रदेश के कर्मचारी अपने पदाधिकारी को बर्खास्त किए जाने से काफी आक्रोशित हैं. इसलिए प्रदेश भर के कर्मचारी सोमवार को सामूहिक इस्तीफा देंगे. विगत कुछ दिनों से अपनी चार सूत्रीय मांगों को लेकर धरना प्रदर्शन कर रहे हैं.
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

