देहरादून. 14 नवंबर को बिहार विधानसभा चुनाव का परिणाम आ चुका है. जिसमें एनडीए को बंपर जीत मिली है. जाहिर है कि विपक्ष के हाथ लगी हार की टीस कहीं ना कहीं तो निकलेगी. लिहाजा इसका परिणाम दिख भी रहा है. विपक्ष के नेता अपने-अपने ढंग से इस हार देख रहे हैं. इसी बीच पूर्व सीएम हरीश रावत ने भी बिहार चुनाव परिणाम को लेकर अपनी प्रतिक्रिया दी है. उन्होंने X पर एक पोस्ट किया है, जिसमें उन्होंने भाजपा पर निशाना साधा है.

भारत के लोकतांत्रिक इतिहास का सबसे विस्मयकारी “हैरत अंगेज परिणाम” बिहार की धरती से आए. बिहार परिवर्तन की धरती है, बिहार हमेशा लोकतांत्रिक परंपराएं अर्थात पक्ष और विपक्ष, दोनों को शक्ति और समर्थन देने का काम करता है. उस बिहार के अंदर चुनाव के परिणामों से ऐसा लगता है जैसे ‘NDA’ 20 साल विपक्ष में रहा हो और ‘INDIA गठबंधन’ अर्थात लालू प्रसाद जी का परिवार पिछले 20 साल से वहां शासन कर रहा हो और उनके खिलाफ यह एंटी इनकंबेंसी वोट हो अर्थात सत्ता विरोधी वोट हो.

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हरीश रावत ने आगे लिखा कि ‘वाह रे भाजपा 101 सीटों पर चुनाव लड़ी और 89 सीटों पर विजयी हो गई. सरकार यदि अत्यधिक लोकप्रिय हो, उस हालत में भी 101 सीटों पर लड़कर 89 सीटें जीतना असंभव है. ऐसा केवल व्लादिमीर व्लादिमीरोविच पुतिन और शी जिनपिंग के राज में ही संभव है.’