लुधियाना। दिल्ली के लाल किले के पास हुए बम धमाके की जांच तेज हो गई हैं। NIA की टीम विभिन्न राज्यों में छापेमारी कर रही है, खासकर हरियाणा की अल-फलाह यूनिवर्सिटी से जुड़े छात्रों और संदिग्ध प्रोफेसरों के रिकॉर्ड की छानबीन की जा रही है। इस सिलसिले में NIA ने लुधियाना में कार्रवाई की और यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस करने वाले डॉक्टर जान निसार आलम के क्लिनिक व घर पर दबिश दीं। डॉ. आलम के पिता तौहीद खान ने बताया कि NIA की टीम उनके घर आई थी। उन्होंने पूछताछ की और चले गए।


डॉ. आलम ने साल 2020 में अल-फलाह यूनिवर्सिटी से एमबीबीएस में दाखिला लिया था। 2025 में कोर्स पूरा कर इंटर्नशिप खत्म की और अब लुधियाना में अपना क्लिनिक चला रहे हैं। जांच के दौरान डॉ. आलम क्लिनिक पर मौजूद नहीं थे। टीम उनके घर पहुंची, जहां पता चला कि वे किसी रिश्तेदार के विवाह में बंगाल गए हुए हैं। इसके बाद NIA ने बंगाल से उन्हें हिरासत में लिया। पूरे दिन पूछताछ की गई और शाम को छोड़ दिया गया। सूत्रों के अनुसार टीम ने उनका लैपटॉप और मोबाइल फोन जांच के लिए जब्त कर लिया है।

NIA ने डॉ. आलम को निर्देश दिया है कि जांच में जरूरत पड़ने पर वे सहयोग करेंगे। सूत्र बता रहे हैं कि आज उन्हें फिर पूछताछ के लिए बुलाया गया है। NIA की यह कार्रवाई धमाके के दोषियों और संदिग्ध प्रोफेसरों से जुड़े छात्रों के लिंक की जांच का हिस्सा है। एजेंसी अल-फलाह यूनिवर्सिटी के सभी संबंधित छात्रों के रिकॉर्ड खंगाल रही है। जांच आगे बढ़ रही है और नए खुलासे होने की संभावना है।