रायगढ़। ग्लोबल कम्पीटीशन ऑफ़ इंडियन आर्ट एंव कल्चरल द्वारा थाईलैंड के रंगसीट रंगमंच पर हुए दो दिवसीय नृत्य एवं संगीत रस प्रवाह-2019 नृत्योदय का आयोजन किया गया. जिसमें छत्तीसगढ़ के रायगढ़ जिले की रहने वाली धरित्री ने यहां शानदार प्रस्तुति से सबका मन मोह लिया.
उभरती बाल कथक नृत्यांगना धरित्री सिंह चौहान को नृत्यधाम द्वारा आयोजित नृत्य संगीत रस प्रवाह 2019 को थाईलैंड (चीन ) में संपन्न हुए समारोह में सरोजा वैद्यनाथन व रंगसित विश्वविद्यालय के कुलपति के हाथों हीरक पदक से सम्मानित किया गया. धरित्री सिंह चौहान अंतरराष्ट्रीय ख्याति प्राप्त कथक नर्तक एवं गुरु शरद वैष्णव की शिष्या हैं. रायगढ़ के पुसौर निवासी रीना सिंह चौहान की बेटी अपने अंचल के साथ जिले व राज्य का नाम अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रोशन कर रही है. कठिन परिश्रम व अपनी मां और नाना गोपीचंद की विशेष रुचि से प्रारंभ किए गए कथक नृत्य शिक्षा व रायगढ़ घराने की कला को अब धरित्री अत्यंत लगन से आत्मसात कर रही है.
थाईलैंड में धरित्री के नृत्य क़ो खूब पसंद किया गया. कोलकाता व भिलई की राष्ट्रीय प्रतियोगिता में प्रथम स्थान प्राप्त करने पर उन्हें अंतरराष्ट्रीय मंच में प्रस्तुति देनें का सुअवसर प्राप्त हुआ था. धरित्री इसके पूर्व भी नेपाल, मथुरा, आगरा, दिल्ली ,भोपाल, दुर्ग, भिलाई पुणे ,चक्रधर समारोह, सुर संगीत समारोह जैसे प्रतिष्ठित मंचों में अपनी प्रस्तुति कर चुकी है. अंतरराष्ट्रीय मंच पर सफल प्रस्तुति देना धरित्री के सपने को साकार करने जैसा ही है. धरित्री इस उपलब्धि के लिए वैष्णव संगीत महाविद्यालय के गुरु जनों सहित पूरे जिले से शुभकामनाएं एवं आशीर्वाद संदेश देने वालों का तांता लगा हुआ है.