Nuapada Bypoll Mandate Controversy: भुवनेश्वर. भाजपा के प्रदेश प्रवक्ता अनिल बिस्वाल ने नुआपड़ा उपचुनाव में भाजपा की शानदार जीत को लेकर बीजद नेता स्नेहांगिनी छुरिया द्वारा लगाए गए आरोपों का कड़ा खंडन किया है और विपक्षी दल की तीखी आलोचना की है. बिस्वाल ने बीजद पर नुआपड़ा निवासियों के जनादेश का अपमान करने और लोकतंत्र को ही कमजोर करने का आरोप लगाया.
उन्होंने कहा कि 24 साल शासन करने के बाद, उपचुनाव में बीजद का तीसरे स्थान पर आना पार्टी के प्रति बढ़ते जनाक्रोश को स्पष्ट रूप से दर्शाता है. बिस्वाल ने मजाक उड़ाते हुए कहा, “बीजद अब राहुल गांधी की राह पर चल रही है.” उन्होंने कहा कि हार के बाद, राहुल गांधी अक्सर वोटों में हेराफेरी, ईवीएम से छेड़छाड़ और भारतीय चुनाव आयोग (ईसीआई) को दोषी ठहराते हैं. उन्होंने चेतावनी दी कि अगर बीजद इसी राह पर चलती रही, तो उसका भी कांग्रेस जैसा ही हश्र हो सकता है.
Also Read This: नुआपड़ा उपचुनाव: बीजद उम्मीदवार स्नेहांगिनी छुरिया ने फैसले को किया खारिज, ईवीएम से ड़छाड़ का लगाया आरोप

बिस्वाल ने जोर देकर कहा कि बीजद की लोकप्रियता दिन-ब-दिन गिरती जा रही है. आत्म-मंथन करने के बजाय, पार्टी संवैधानिक संस्थाओं पर सवाल उठा रही है, जिन्हें उन्होंने लोकतंत्र के लिए हानिकारक बताया. उन्होंने नुआपड़ा में भाजपा की सफलता का श्रेय राज्य सरकार की जन-केंद्रित योजनाओं और पार्टी कार्यकर्ताओं के अथक प्रयासों को दिया.
Also Read This: जगतसिंहपुर में 2 संदिग्ध बांग्लादेशी हिरासत में, देसी बंदूक समेत धारदार हथियार बरामद
बिस्वाल ने आरोप लगाया कि अपने 24 साल के शासन और लोगों के लिए किए गए कार्यों पर विचार करने के बजाय, बीजद भाजपा और सरकारी तंत्र पर अनुचित रूप से दोष मढ़ रही है. उन्होंने कहा, “नुआपड़ा के लोगों ने इस कहानी को खारिज कर दिया.” प्रमुख पहलों पर प्रकाश डालते हुए, उन्होंने सुभद्रा योजना जैसी योजनाओं का श्रेय दिया, जो माताओं को वित्तीय सहायता प्रदान करती है, साथ ही पीएम-किसान लाभ और किसानों के लिए 800 रुपये की इनपुट सब्सिडी भी मतदाताओं को प्रभावित करने और भाजपा की जीत में योगदान देने के लिए दी जाती है.
बिस्वाल ने बीजद की कमजोरियों को उजागर करते हुए कहा कि 24 साल सत्ता में रहने के बाद भी पार्टी को एक स्थानीय उम्मीदवार तक नहीं मिल सका और उसे 150 किलोमीटर दूर से उम्मीदवार लाना पड़ा, जो इसके संगठनात्मक पतन को दर्शाता है.
Also Read This: भुवनेश्वर में टूटा 25 साल का रिकॉर्ड: नवंबर की सबसे ठंडी रात, तापमान 12.9°C तक गिरा
- छत्तीसगढ़ की खबरें पढ़ने यहां क्लिक करें
- लल्लूराम डॉट कॉम की खबरें English में पढ़ने यहां क्लिक करें

