हकिमुददीन नासिर, महासमुंद। जिला सहकारी समिति कर्मचारी एवं कंप्यूटर ऑपरेटर संघ ने अपनी लंबित मांगों को लेकर चल रही अनिश्चितकालीन हड़ताल के 15वें दिन सामूहिक इस्तीफा महासमुंद तहसीलदार को सौंप दिया। संभाग स्तरीय धरना प्रदर्शन में जिलेभर से हजारों कर्मचारी शामिल हुए। प्रदर्शनकारियों ने सरकार के खिलाफ जमकर नारेबाजी की और चेतावनी दी कि चार सूत्रीय मांगें पूरी होने तक आंदोलन जारी रहेगा।

ये हैं संघ की चार प्रमुख मांगें

  • जिला सहकारी समिति कर्मचारी संघ की मांग है कि धान खरीदी वर्ष 2023-24 एवं 2024-25 की संपूर्ण सुखद राशि समितियों को प्रदान की जाए।
  • धान परिवहन में विलंब रोकने के लिए प्रत्येक सप्ताह संपूर्ण धान परिवहन सुनिश्चित किया जाए।
  • धान खरीदी में शॉर्टेज, प्रोत्साहन, कमीशन, सुरक्षा व्यय बढ़ाया जाए तथा मध्यप्रदेश की तर्ज पर उचित मूल्य विक्रेताओं को 3000 प्रतिमाह मानदेय दिया जाए।
  • धान खरीदी नीति 2024-25 की कंडिका 11.3.3 के तहत आउटसोर्सिंग से ऑपरेटर की नियुक्ति समाप्त कर विभागीय रूप से नियमितीकरण किया जाए।

सहकारी समिति कर्मचारी संघ के जिलाध्यक्ष का कहना है कि 3 नवंबर से संघ के सदस्य अनिश्चितकालीन धरने पर बैठे हैं, लेकिन अभी तक सरकार की ओर से किसी भी प्रकार की सकारात्मक पहल नहीं की गई, जिसके बाद मजबूरन आज सामूहिक इस्तीफे का कदम उठाना पड़ा है। इसके बाद भी हमारी मांगों पर गौर नहीं किया गया तो हम लोग जेल भरो आंदोलन करेंगे।

वहीं तहसीलदार का कहना है कि कर्मचारियों ने सामूहिक इस्तीफा सौंपा है, जिसे उच्च अधिकारियों तक पहुंचा दिया जाएगा।