Northern Zonal Council Meeting 2025: दिल्ली में बढ़ते प्रदूषण के बीच केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह की अध्यक्षता में चल रही बड़ी मीटिंग में मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बाकी राज्यों के सामने अपनी बात रखी. यह बैठक उत्तरी जोनल काउंसिल की गई थी. इस बैठक में जम्मू-कश्मीर, हिमाचल प्रदेश, हरियाणा, पंजाब और राजस्थान के मुख्यमंत्री भी शामिल हुए. दिल्ली की मुख्यमंत्री रेखा गुप्ता ने बैठक में साफ कहा कि राजधानी अकेले इस प्रदूषण संकट से नहीं निपट सकती.

उन्होंने कहा कि “ये सिर्फ दिल्ली की नहीं, पूरे एनसीआर की जिम्मेदारी है.” रेखा गुप्ता ने पड़ोसी राज्यों से पराली जलाने पर तुरंत रोक लगाने की अपील की और कहा कि इसके लिए ठोस और सख्त कदम उठाना जरूरी है. उन्होंने यह भी सुझाव दिया कि एनसीआर के अंदर चलने वाला हर अंतरराज्यीय परिवहन अब पूरी तरह ‘जीरो-इमिशन’ यानी बिना धुआं छोड़ने वाली तकनीक पर आधारित होना चाहिए. इससे गाड़ियों से होने वाला प्रदूषण कम होगा और हवा थोड़ी साफ हो सकेगी.

सड़कों पर धूल बना बड़ी चुनौती

मुख्यमंत्री ने बताया कि दिल्ली की सीमाओं से लगे हरियाणा और उत्तर प्रदेश की कई छोटी-बड़ी सड़कों पर धूल और मिट्टी जमी रहती है, जो प्रदूषण का बड़ा कारण बन गई है. उन्होंने मांग की कि सभी राज्य मिलकर सड़कों की नियमित सफाई और धूल नियंत्रण के लिए संयुक्त अभियान चलाएं.उन्होंने कहा कि अगर हर राज्य अपने-अपने हिस्से में यह अभियान चलाएगा, तो एनसीआर की हवा में सुधार लाना आसान होगा.

फैक्ट्रियों और उद्योगों पर सख्त रुख

रेखा गुप्ता ने औद्योगिक इलाकों की बात भी जोर से रखी. उन्होंने कहा कि एनसीआर के आसपास कई फैक्ट्रियां नियमों का पालन नहीं करतीं और उनसे निकलने वाला धुआं सीधे दिल्ली की हवा में घुल जाता है. उन्होंने सुझाव दिया कि औद्योगिक क्षेत्रों में लगातार निगरानी रखी जाए और प्रदूषण फैलाने वाले उद्योगों के खिलाफ तुरंत कार्रवाई की जाए.

दिल्ली सरकार की प्राथमिकता

दिल्ली के मुख्यमंत्री कार्यालय (CMO) के मुताबिक, इस मुद्दे को बैठक में प्राथमिकता के साथ उठाया गया. दिल्ली सरकार ने सभी राज्यों से यह अपील की कि वे पर्यावरण बचाने के लिए साझा रणनीति बनाएं और मिलकर काम करें. रेखा गुप्ता ने कहा कि अगर सभी राज्य मिलजुलकर काम करेंगे, तो दिल्ली ही नहीं, बल्कि पूरा एनसीआर सांस लेने लायक बन सकेगा.

खास है ये मीटिंग

सूत्रों के अनुसार, जम्मू-कश्मीर के मुख्यमंत्री उमर अब्दुल्ला के भी इस बैठक में शामिल होने की संभावना है. उनके आने से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है. माना जा रहा है कि इस बैठक में जम्मू-कश्मीर से जुड़े कई अहम मुद्दों पर खुलकर बातचीत होगी. बता दें कि 23 अक्टूबर 2024 को भी CM उमर ने दिल्ली में अमित शाह से मुलाकात की थी, जिसके बाद केंद्र और जम्मू-कश्मीर प्रशासन के बीच कई नए संकेत सामने आए थे.

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