लखनऊ। राजधानी में सोमवार हल्का-फुल्का सर्द मौसम था। उसी समय डीसीपी पूर्वी के कार्यालय में आयोजित अपराध मीटिंग के दौरान सवालों का जवाब देने में इंस्पेक्टरों के पसीने छूट रहे थे।डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने सर्किल अफसरों व थाना प्रभारियों के लिए कई सवाल तैयार किए थे, जिसमें दर्जन भर से अधिक सवाल शामिल थे। इस गोष्ठी में एडीसीपी, एसीपी से लेकर नौ थानों के क्राइम मीटिंग में मौजूद थे। इस दौरान डीसीपी पूर्वी ने जिम्मेदार स्टेशन अफसरों के सामने सवालों की झड़ी लगा दी।
अपराधियों पर लगाम लगाने का दिया जोर
क्राइम मीटिंग में ली गई मासिक अपराध समीक्षा में डीसीपी पूर्वी शशांक सिंह ने लंबित पड़ी विवेचनाओं के बारे में जानकारी तलब की तो इस दौरान कुछ थाना प्रभारी जिम्मेदारी निभाने में खरे उतरे तो कुछ की लापरवाही भी उजागर हुई।
क्राइम मीटिंग में डीसीपी पूर्वी ने अपराध और अपराधियों पर लगाम लगाने तथा लंबित विवेचनाओं पर जोर दिया। उन्होंने ने महिलाओं एवं लड़कियों और मासूम बच्चों की सुरक्षा को लेकर कड़े दिशा-निर्देश दिए।
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साक्ष्य संकलन मजबूती से किया जाए
इस दौरान लापरवाही बरतने वाले स्टेशन अफसरों को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा कि लंबित विवेचनाओं का जल्द निस्तारण कर डीसीपी पूर्वी कार्यालय में अवगत कराएं। डीसीपी ने कहा कि कोई भी मामलों की विवेचना तथा साक्ष्य संकलन मजबूती से किया जाए ताकि किसी भी मामले में आरोपी बचकर न निकल सके।
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