अमित पांडेय, डोंगरगढ़। डोंगरगढ़ के ढारा डैम की मुख्य सड़क पर एक वयस्क तेंदुआ दिखाई देने के बाद पूरे इलाके में फिर बेचैनी बढ़ गई है। डोंगरगढ़ शहर के निवासी आलोक सोनी अपने परिवार के साथ डैम घूमने पहुंचे थे, तभी मोड़ पर उनकी कार के सामने अचानक तेंदुआ आ गया, उन्होंने तुरंत गाड़ी रोकी, कुछ पल बाद तेंदुआ जंगल की तरफ भाग गया, लेकिन इस घटना ने लोगों में खौफ भर दिया।
पिछले दिनों सुदर्शन पहाड़ में सक्रिय तेंदुए को पकड़कर इसी क्षेत्र के जंगलों में छोड़े जाने की बात सामने आई थी। ग्रामीणों का अनुमान है कि ढारा डैम में दिखा तेंदुआ शायद वही हो सकता है, हालांकि इसकी आधिकारिक पुष्टि अभी तक नहीं हुई है। तेंदुए के दिखाई देने से वाइल्ड लाइफ प्रेमियों में उत्साह जरूर है, पर ग्रामीणों में डर साफ दिख रहा है। लोग सुबह-शाम डैम मार्ग से गुजरने में हिचकिचा रहे हैं। खेत, जंगल और सुनसान रास्तों पर अकेले जाने से लोग बच रहे हैं।

सबसे बड़ी चिंता यह है कि फिलहाल वन विभाग के जिम्मेदार अधिकारी इस मामले पर चुप्पी साधे हुए हैं। तेंदुए की मौजूदगी का वीडियो और लोगों की शिकायतें सामने आने के बावजूद न तो कोई स्पष्ट बयान आया है और न ही स्थानीय स्तर पर कोई ठोस कदम दिखाई दे रहा है।
ग्रामीण बोले – अधिकारियों की लापरवाही बढ़ा रही दहशत
ग्रामीणों का कहना है कि अधिकारियों की यही लापरवाही उनकी दहशत और बढ़ा रही है। कार्रवाई को लेकर वन विभाग की खामोशी सवाल खड़े कर रही है। स्थानीय लोग मांग कर रहे हैं कि विभाग जल्द स्थिति स्पष्ट करे, आम लोगों की सुरक्षा सुनिश्चित करे और तेंदुए की मूवमेंट पर खुलकर जानकारी दें, ताकि अफवाहें न फैलें और लोगों में अनावश्यक डर भी न बढ़े। ढारा डैम के आसपास लगातार तेंदुए की मौजूदगी क्षेत्र के लिए खतरे का संकेत है और ऐसे समय में विभाग की सक्रियता और पारदर्शिता ही लोगों को भरोसा दिला सकती है।
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